नई दिल्ली। शुक्रवार को राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली सहित देश के लगभग हर हिस्से में नागरिकता कानून के समर्थन या विरोध में प्रदर्शन हुए। दिल्ली में सुरक्षा के पुख्ता बंदोबस्तों के बीच जामा मस्जिद सहित कई इलाकों में हजारों की संख्या में प्रदर्शनकारी जुटे। उत्तर प्रदेश के कई जिलों में नागरिकता कानून के खिलाफ प्रदर्शन हुए। प्रदर्शनकारियों की तैयारियों और पिछले शुक्रवार के अनुभव के आधार पर 21 जिलों में शुक्रवार को इंटरनेट की सेवा बंद रही।
उधर देश की वित्तीय राजधानी मुंबई में भी शुक्रवार को कई जगह प्रदर्शन हुए। अगस्त क्रांति मैदान में बड़ी संख्या में इकट्ठा होकर लोगों ने नागरिकता कानून का समर्थन किया तो आजाद मैदान में हजारों लोग इसके विरोध के लिए जमा हुए। राजधानी दिल्ली में कड़ाके की ठंड के बीच सैकड़ों लोग पुरानी दिल्ली में जामा मस्जिद के बाहर इकट्ठा हुए।कांग्रेस नेता अलका लांबा और दिल्ली के पूर्व विधायक शोएब इकबाल भी प्रदर्शनकारियों के साथ थे।
जामा मस्जिद में जुमे की नमाज के बाद प्रदर्शनकारियों ने नए कानून और प्रस्तावित राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर, एनआरसी के खिलाफ नारेबाजी की।शुक्रवार की नमाज और कुछ संगठनों की ओर से संशोधित नागरिकता कानून के खिलाफ प्रदर्शनों की अपील को देखते हुए दिलली के उत्तरपूर्वी जिले के कुछ क्षेत्रों में पुलिस ने फ्लैग मार्च किया। कुछ जगहों पर भारी पुलिस बल की तैनातीकी गई।
पुलिस ने बताया कि उत्तर पूर्वी दिल्ली के सीलमपुर, जाफराबाद, वेलकम और मुस्तफाबाद इलाकों में फ्लैग मार्च किया गया। इसके अलावा, उत्तर पूर्वी दिल्ली में कानून व्यवस्था को कायम करने के लिए नजदीकी जिलों से बुलाए गए पुलिस बल और अर्द्धसैनिक बलों की 15 कपंनियों को तैनात किया गया था। हालात पर नजर रखने के लिए दिल्ली पुलिस ने ड्रोन की मदद भी ली। उत्तर प्रदेश में लखनऊ, मुरादाबाद, अमरोहा, संभल, गाजियाबाद, मेरठ, कानपुर, सीतापुर, शामली, बुलंदशहर, सहारनपुर, फिरोजाबाद और मथुरा सहित 21 जिलों में मोबाइल इंटरनेट बंद कर दी गई थी। पिछले शुक्रवार को उत्तर प्रदेश में 22 जिलों में प्रदर्शन के दौरान हुई हिंसा में 19 लोगों की मौत हो गई थी। इसे देखते हुए ऐहतियातन प्रशासन ने नेट बंद कराया।उत्तर प्रदेश के पुलिस प्रमुख ओपी सिंह ने कहा कि कानून और व्यवस्था की स्थिति पूरी तरह नियंत्रण में है।
भाजपा करेगी सम्मेलन
नई दिल्ली। नागरिकता कानून के बारे में मुस्लिम समाज के लोगों की चिंताओं को दूर करने और विपक्ष की ओर से उठाए जा रहे सवालों का जवाब देने के लिए भारतीय जनता पार्टी राष्ट्रीय स्तर पर सम्मेलन करेगी। बताया जा रहा है कि भाजपा नेता और अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने इस मामले को लेकर शुक्रवार को एक बैठक की, जिसमें राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग के अध्यक्ष जी हसन रिजवी और भाजपा के कुछ और मुस्लिम नेताओं ने हिस्सा लिया। बताया जा रहा है कि बैठक में भाजपा के अल्पसंख्यक मोर्चा के अध्यक्ष अब्दुल राशीद अंसारी ने भी हिस्सा लिया।सूत्रों के मुताबिक बैठक में विचार किया गया कि किस तरह से संशोधित नागरिकता कानून, एनआरसी और एनपीआर को लेकर कुछ राजनीतिक दलों की ओर से किए जा रहे प्रचार को नाकाम किया जाए।पार्टी ने इस मुद्दे पर जागरूकता फैलाने के लिएदेश भर मं अभियान शुरू किया है। इसी सिलसिले में जनवरी के पहले सप्ताह में एक राष्ट्रीय सम्मेलन आयोजित किया जा सकता है ताकि उन्हें इस मुद्दे पर तथ्यों के बारे में बताया जा सके।