नई दिल्ली। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने गुरुवार को लगातार चौथे दिन नागरिकता कानून के विरोध में कोलकाता में रैली निकाली। उन्होंने रैली में कहा- निष्पक्ष संगठन जैसे यूनाइटेड नेशंस या राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग को एक समिति का गठन करवाना चाहिए जो नागरिकता संशोधन कानून मामले पर जनमत संग्रह करवा सके। ताकि यह पता लग सके कि कितने लोग इसके समर्थन में हैं और कितने इसके विरोध में।
ममता ने कहा- भाजपा की स्थापना 1980 में हुई थी। आज वो हमसे 1970 के नागरिकता दस्तावेज मांग रही है। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने सरकार का विरोध करते हुए कहा- सरकार को कोई अधिकार नहीं है कि वह भारत की आवाज और शांतिपूर्ण प्रदर्शन को दबाने के लिए इंटरनेट, टेलीफोन, कॉलेज और मेट्रो को बंद करे। यह भारत की आत्मा की बेइज्जती है। उनकी और कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने भी दिल्ली में इंटरनेट, मेट्रो बंद किए जाने और प्रदर्शन को दबाने का विरोध किया।
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने नागरिकता कानून का विरोध करते कहा- मौजूदा वक्त में देश भर में कानून व्यवस्था की स्थिति ध्वस्त हो चुकी है। केंद्र से अपील करता हूं कि नागरिकता कानून को वापस लें और युवाओं को रोजगार दे।