
जयपुर। कांग्रेस पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी राजस्थान दौरे के दूसरे दिन शनिवार को पार्टी की ओर से आयोजित ट्रैक्टर रैली में शामिल हुए। उन्होंने लगातार दूसरे दिन कृषि कानूनों को लेकर केंद्र सरकार पर हमला किया और और कहा कि नए कृषि कानूनों से देश के किसान, छोटे कारोबारी और रेहड़ी-पटरी वाले लोग बरबाद हो जाएंगे। इससे पहले उन्होंने अजमेर के किशनगढ़ तेजाजी मंदिर में दर्शन किए। इसके बाद रूपनगढ़ में ट्रैक्टर रैली को संबोधित किया।
राहुल ने एक दिन पहले शुक्रवार को पीलीबंगा और पदमपुर की सभाओं में भी केंद्र सरकार पर निशाना साधा था। दूसरे दिन रूपनगढ़ रैली में खासतौर पर ट्रॉलीनुमा मंच बनाया गया था। रूपनगढ़ के बाद राहुल ने नागौर के मकराना में भी रैली को संबोधित किया। उन्होंने कहा- मैं तीन नए कृषि कानूनों के बारे में बात करने के लिए आया हूं। इन कानूनों के पीछे लक्ष्य क्या है? पहला कानून कहता है कि हिंदुस्तान के किसी भी कोने में बड़े से बड़े उद्योगपति जितनी भी फल, सब्जी खरीदना चाहते हैं, वे खरीद सकते हैं। अगर ऐसा होगा तो मंडी का क्या मतलब रह जाएगा? पहले कानून का मकसद मंडी की हत्या करना है।
राहुल ने कृषि कानूनों के बारे में बताते हुए कहा- दूसरा कानून कहता है कि देश के उद्योगपति जिनता भी फल, सब्जी और अनाज स्टोरेज में रखना चाहते हैं, वे रख सकते हैं। तीसरा कानून कहता है कि अगर कोई भी किसान हिंदुस्तान के उद्योगपतियों के पास जाकर सही दाम मांगेगा तो वह अदालत में नहीं जा पाएगा। उन्होंने कहा- नए कानून से सिर्फ किसानों को नुकसान नहीं होगा। रेहड़ी वाले, पटरी वाले, छोटे व्यापारी सब बरबाद हो जाएंगे।
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष ने कहा- हिंदुस्तान का सबसे बड़ा बिजनेस कृषि का है। अगर आप सोचते हैं कि गाड़ी बनाने या हवाई जहाज उतारने का बिजनेस सबसे बड़ा है तो आप गलत हैं। कृषि दुनिया का सबसे बड़ा बिजनेस है। यह किसी एक व्यक्ति का नहीं है। नरेंद्र मोदी चाहते हैं, हिंदुस्तान के 40 फीसदी लोगों का बिजनेस दो लोगों के हाथ में चला जाए। राहुल ने किसान आंदोलन की ओर इशारा करते हुए कहा- हिंदुस्तान का किसान कह रहा है कि हम मर जाएंगे। यह नहीं होने देंगे। यह मत सोचिए कि किसान अकेला है। उसके पीछे मजदूर और छोटे व्यापारी खड़े हैं।