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बंगाल में रिकार्ड मतदान

ByNI Desk,
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बंगाल में रिकार्ड मतदान
मिदनापुर/कोलकाता। पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव के पहले चरण में 79.79 प्रतिशत से अधिक मतदान हुआ। मतदान कमोबेश शांतिपूर्ण रहा।  पूर्व मेदिनीपुर में सर्वाधिक 82.51 प्रतिशत, इसके बाद झाड़ग्राम में 80.56 प्रतिशत, पश्चिम मेदिनीपुर में 80.12 प्रतिशत, बांकुड़ा में 79.90 प्रतिशत और पुरुलिया में 77.07 प्रतशित मतदान हुआ। हालांकि कुछ इलाकों में मतदान केन्द्र पर हुई हिंसा से मतदान प्रक्रिया प्रभावित हुई। पूर्व मेदिनीपुर जिले के कांठी दक्षिण निर्वाचन क्षेत्र में मतदाताओं ने ईवीएम मशीनों में कथित रूप से खराबी आने पर एक मतदान केंद्र के बाहर प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों ने माजना में मतदान केंद्र के बाहर सड़क बाधित की और आरोप लगाया कि वीवीपीएटी पर्चे में दिख रहा है कि उन्होंने जिस पार्टी के लिए मतदान किया है, उसके बजाए मत किसी अन्य पार्टी को पड़ा है। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने पश्चिमी मिदनापुर जिले में एक रैली में दावा किया कि भाजपा ने ईवीएम में गड़बड़ी की है और केन्द्रीय बलों के माध्यम से मतदाताओं को डरा रही है। उन्होंने कहा, ‘‘आज कांठी के कुछ मतदान केन्द्रों पर वीवीपैट से दिखा कि वोट भाजपा के पक्ष में पड़ रहे हैं, फिर चाहे मतदाता किसी अन्य पार्टी के चुनाव चिन्ह का बटन क्यों ना दबा रहा हो। कुछ जगहों पर केन्द्रीय बलों को मतदाताओं को धमकाते हुए देखा गया।’’भारतीय जनता पार्टी के नेता शुभेंदु अधिकारी के छोटे भाई सौमेंदु ने दावा किया कि कांठी में तृणमूल समर्थकों ने उनपर हमला किया और उनकी कार में तोड़फोड़ की गई। उन्होंने आरोप लगाया कि हमले में उनका चालक घायल हो गया। वहीं पुरुलिया से भाजपा नेता दीपक बौरी ने दावा किया कि विधानसभा क्षेत्र से तृणमूल कांग्रेस के उम्मीदवार सुजॉय बंदोपाध्याय ने कहासुनी के दौरान उनकी गोली मारकर हत्या करने की धमकी दी है। मतदान शुरू होने से पहले ही कई मतदान केंद्रों के बाहर लंबी कतारें देखी गई। कई लोग गर्मी से बचने और बाद में हिंसा हो सकने की आशंका के कारण सुबह-सुबह ही मतदान के लिए पहुंचे। शनिवार को जिन 30 सीटों के लिए मतदान हुआ है  उसमें 2016 में तृणमूल कांग्रेस ने 27 सीटों पर जीत हासिल की थी। बाकी तीन सीटें वाम मोर्चा कांग्रेस गठबंधन के खाते में गयी थीं।
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