नई दिल्ली। भारत और चीन के बीच वास्तविक नियंत्रण रेखा, एलएसी पर चल रही तनातनी के बीच भारत सरकार ने तय किया है कि चीन की सीमा से सटी सड़कों का निर्माण तेजी से किया जाएगा। गृह मंत्रालय के अधीन काम करने वाले सीमा प्रबंधन के सचिव संजीव कुमार ने सोमवार को एक हफ्ते में दूसरी बार एलएसी के साथ लगते क्षेत्रों में बुनियादी ढांचे के विकास को लेकर जारी परियोजनाओं की समीक्षा की। इस बैठक में चीन से लगती सीमा के साथ सड़कों के निर्माण के काम में तेजी लाने का फैसला किया गया।
जानकार सूत्रों के मुताबिक बैठक में भारत-चीन सीमा पर 32 सड़क परियोजनाओं की समीक्षा की गई और काम में तेजी लाने और जल्दी से जल्दी परियोजनाओं को पूरा करने का फैसला किया गया। मंत्रालय में हुई इस उच्च स्तरीय बैठक में सीमा सड़क संगठन, बीआरओ, इंडो तिब्बत बोर्डर पुलिस, आईटीबीपी और सीपीडब्लुडी के अधिकारियों ने हिस्सा लिया। बताया जा रहा है कि बीआरओ उस इलाके में तीन महत्वपूर्ण सड़कों के निर्माण का काम कर रहा है।
गृह मंत्रालय की बैठक में परियोजना को समय सीमा के भीतर पूरा करने का फैसला किया गया है। सूत्रों का कहना है कि लद्दाख क्षेत्र में जिन तीन सड़कों के निर्माण का कार्य चल रहा है उन्हें समय सीमा के भीतर पूरा करने के लिए सरकार ने स्पष्ट रूप से कहा है कि बीआरओ को इसके लिए जो भी सुविधाएं चाहिए वे तत्काल मुहैया कराई जाएंगी। गौरतलब है कि इस इलाके में चीन ने भी अपनी निर्माण गतिविधियां बढ़ा दी हैं।
चीन की सीमा पर सड़के बनेगी
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