
नई दिल्ली। शाहीन बाग में संशोधित नागरिकता कानून, सीएए के विरोध में डेढ़ महीने से ज्यादा समय से चल रहे प्रदर्शन की वजह से परेशान हो रहे आम लोगों का धैर्य अब जवाब दे रहा है। रविवार को बड़ी संख्या में लोगों ने इस धरने के खिलाफ प्रदर्शन किया। लोगों ने शाहीन बाग की सड़कों को खाली करने के लिए नारेबाजी की। लोगों के प्रदर्शन को देखते हुए इलाके में भारी पुलिस बल की तैनाती की गई है।
प्रदर्शन के दौरान मौके पर डीसीपी चिन्मय बिस्वाल भी पहुंचे और उन्होंने लोगों को समझाने का प्रयास किया। हालांकि बाद में चुनाव आयोग ने चिन्मय बिस्वाल का हटा दिया। गौरतलब है कि शाहीन बाग इलाके में जारी धरना प्रदर्शन 50 दिनों से चल रहा है जिसकी वजह से नोएडा की ओर जाने वाला रास्ता बंद है। रास्ता बंद होने की वजह से लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। यह मामला हाई कोर्ट तक भी पहुंच गया है।
रविवार को हुए प्रदर्शन से एक दिन पहले शनिवार को धरने की जगह के पास एक शख्स ने फायरिंग की थी। पुलिस की पूछताछ में आरोपी शख्स ने अपना नाम कपिल गुर्जर बताया। वह पूर्वी दिल्ली के दल्लूपुरा का रहने वाला है। पकड़े जाने के बाद उसने कहा- इस देश में सिर्फ हिंदुओं की चलेगी। उसने पुलिस से कहा कि उसके अपने ही देश में कैसे कुछ मुट्ठी भर लोगों ने शाहीन बाग में सड़क पर कब्जा किया हुआ है। उसे इस बात का गुस्सा था और वह सड़क खुलवाने के लिए वहां पहुंचा था।
बहरहाल, रविवार को स्थानीय लोगों के एक समूह ने नोएडा को कालिंदी कुंज से जोड़ने वाली सड़क से अवरोधक हटाने की मांग को लेकर शाहीन बाग में सीएए के खिलाफ चल रहे धरने के पास ही प्रदर्शन किया। पुलिस ने बताया कि प्रदर्शनकारियों ने शाहीन बाग खाली कराने की मांग की। प्रदर्शनकारियों में महिलाएं भी शामिल थीं। इन लोगों ने मौके पर जमकर नारेबाजी की।