भोपाल। चौथी बार मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के एक दिन बाद शिवराज सिंह चौहान ने मंगलवार को विश्वास मत हासिल कर लिया। मुख्य विपक्षी कांग्रेस पार्टी की गैरहाजिरी में शिवराज सिंह चौहान ने ध्वनि मत से विश्वास प्रस्ताव जीत लिया। सदन की संक्षिप्त बैठक में चौहान ने एक पंक्ति का विश्वास प्रस्ताव पेश किया, जिसे सदन में उपस्थित सत्ता पक्ष के विधायकों ने ध्वनि मत से अपना समर्थन दिया।
स्पीकार की कुर्सी पर आसीन वरिष्ठ विधायक जगदीश देवड़ा ने सरकार के विश्वास मत हासिल करने की घोषणा की। इसके बाद सदन की कार्यवाही 27 मार्च तक के लिए स्थगित कर दी। 27 मार्च को लेखानुदान पेश किया जाएगा। इससे पहले मंगलवार की सुबह भाजपा ने अपने विधायकों को व्हिप जारी कर विश्वास मत के पक्ष में मत देने का कहा था।
भाजपा के वरिष्ठ नेता नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि विधानसभा अध्यक्ष नर्मदा प्रसाद प्रजापति और उपाध्यक्ष हिना कांवरे के इस्तीफा देने के कारण भाजपा के वरिष्ठ विधायक जगदीश देवडा ने सदन की कार्यवाही का संचालन किया। उन्होंने दावा किया कि सदन में कुल 112 सदस्यों ने ध्वनि मत से चौहान का समर्थन किया। इनमें भाजपा के सदस्यों के अलावा, बसपा, सपा और निर्दलीय विधायक शामिल थे। उन्होंने कहा कि इसके बाद सदन की कार्यवाही को 27 मार्च तक के लिए स्थगित कर दिया गया है। मिश्रा ने बताया कि 27 मार्च को लेखानुदान पेश किया जाएगा।
शिवराज ने पाया विश्वास मत
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