नई दिल्ली। हिंदी फिल्मों के अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की मौत को लेकर पिछले तीन महीने से चल रही अटकलों के बीच एक बड़ी रिपोर्ट आई है। एम्स के पैनल ने अपनी रिपोर्ट में बताया है कि सुशांत सिंह की हत्या किए जाने का कोई संकेत नहीं है। पैनल ने हत्या की आशंका से इनकार करते हुए उसे खुदकुशी बताया है। एक निजी चैनल से बात करते हुए दिल्ली एम्स के फॉरेंसिक विभाग के प्रमुख डॉ. सुधीर गुप्ता ने कहा- यह स्पष्ट रूप से खुदकुशी का मामला है। सुशांत का मर्डर नहीं हुआ था। हालांकि, अभी तक सीबीआई की ओर से इसकी आधिकारिक पुष्टि होनी बाकी है।
गौरतलब है कि सुशांत की पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट की जांच के लिए 21 अगस्त को डॉ. सुधीर गुप्ता की अध्यक्षता में एम्स के पांच डॉक्टरों की टीम बनाई गई थी। इसने 28 सितंबर को अपनी रिपोर्ट सीबीआई को सौंपी थी। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, टीम को विसरा में किसी तरह का जहर नहीं मिला। सूत्रों के मुताबिक, रिपोर्ट में सुशांत की बॉडी का पोस्टमॉर्टम करने वाले मुंबई के कूपर अस्पताल के डॉक्टरों को क्लीन चिट नहीं दी गई है।
दरअसल, कूपर अस्पताल के डॉक्टरों ने सुशांत की पोस्टमॉर्टम की थी। बाद में इसके तरीके पर सवाल उठे थे। सुशांत के गले के निशान के बारे में रिपोर्ट में कुछ भी नहीं बताया गया था। यहां तक की मौत की टाइमिंग का भी जिक्र नहीं था। इसके बाद सीबीआई ने इसकी जांच एम्स से कराने का फैसला किया था। करीब तीन महीने पहले मुंबई पुलिस ने भी विसरा रिपोर्ट जारी की थी। पोस्टमॉर्टम के बाद सुशांत का विसरा जांच के लिए कालीना फॉरेंसिक लैब को दिया गया था। लैब ने अपनी रिपोर्ट में दिवंगत अभिनेता के शरीर में किसी भी तरह का संदिग्ध केमिकल या जहर पाए जाने की बात से इनकार किया था।