नई दिल्ली। भारत में कोरोना वायरस से लड़ने के लिए नोडल एजेंसी के तौर पर काम कर रही इंडियन कौंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च, आईसीएमआर ने दावा किया है कि भारत में पिछले दो महीने में कोरोना वायरस की टेस्टिंग में हर दिन एक हजार गुना की बढ़ोतरी हुई है। आईसीएमआर ने कहा कि कोविड-19 से संक्रमित हर व्यक्ति की जांच के लिए 20 से अधिक ऐसे नमूनों की जांच की गई, जो संक्रमित नहीं पाए गए।
आईसीएमआर ने कहा कि 20 मई को सुबह नौ बजे तक कुल 25,12,338 नमूनों की जांच की गई और जांच की क्षमता बढ़ा कर हर दिन एक लाख तक की गई। उसकी ओर से जारी एक बयान में कहा गया कि दो महीने पहले रोज एक सौ से कम कोविड-19 की जांच से शुरुआत करने के बाद शोध संस्थानों, मेडिकल कॉलेजों, जांच लैब्स, मंत्रालयों, एयरलाइनों और डाक सेवाओं के समर्पित दलों के एक साथ मिल कर काम करने से महज 60 दिनों में जांच की संख्या एक हजार गुना तक बढ़ गई।
आईसीएमआर ने कहा कि जनवरी में भारत के पास कोविड-19 की जांच के लिए केवल एक प्रयोगशाला थी। उसने कहा- आज देश भर में 555 प्रयोगशालाएं हैं। आईसीएमआर ने कहा कि इस बात के सबूत हैं कि हर संक्रमित व्यक्ति की जांच के लिए 20 से अधिक ऐसे लोगों की जांच की गई जो संक्रमित नहीं पाए गए।