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वैक्सीन हर वैरिएंट पर असरदार

ByNI Desk,
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वैक्सीन हर वैरिएंट पर असरदार
नई दिल्ली। देश में कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण के बीच भारत सरकार और इंडियन कौंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च यानी आईसीएमआर ने अच्छी खबर दी है। सरकार ने वैक्सीन के बारे में लोगों की धारणा बदलने के लिए कुछ जानकारी शेयर की है। इसमें बताया गया है कि अब तक लगाई गई दोनों वैक्सीन कोरोना के खिलाफ बहुत कारगर रही है और दोनों डोज लगवाने वालों में सिर्फ 0.02 से 0.04 फीसदी को ही दोबारा संक्रमण हुआ है। इसका मतलब है कि वैक्सीन की दोनों डोज लेने 10 हजार में से सिर्फ दो से चार लोग संक्रमित हुए हैं। इसी तरह आईसीएमआर ने मंगलवार को बताया कि भारत की स्वदेशी कोवैक्सिन डबल म्यूटेंट कोरोना वैरिएंट के खिलाफ भी सुरक्षा देती है। अपने अध्ययन के आधार पर आईसीएमआर ने कहा कि ब्राजील, ब्रिटेन और दक्षिण अफ्रीकी वैरिएंट पर भी ये वैक्सीन असरदार है और उनके खिलाफ भी इससे सुरक्षा मिलती है। माना जा रहा है कि भारत के 10 राज्यों में सामने आया डबल म्यूटेंट कोरोना वैरिएंट सबसे घातक है। यह न केवल तेजी से लोगों को संक्रमित करता है, बल्कि बहुत कम समय में बहुत ज्यादा नुकसान पहुंचाता है। बहरहाल, कोरोना रोकने की वैक्सीन बनाने वाली हैदराबाद की कंपनी भारत बायोटेक और आईसीएमआर ने कोवैक्सिन के तीसरे चरण की अंतरिम क्लीनिकल ट्रायल रिपोर्ट जारी कर दी है। रिपोर्ट में भारत में बनी इसी स्वदेशी वैक्सीन को क्लीनिकली 78 फीसदी और कोरोना से गंभीर रूप से प्रभावित मरीजों पर सौ फीसदी तक प्रभावी बताया गया है। कंपनी ने बढ़ते संक्रमण के बाद तीसरे चरण के लिए 127 लक्षणों पर विश्लेषण किया। इसमें कोवैक्सिन का असर 78 फीसदी तक पाया गया। सरकार ने वैक्सीन को असरदार बताते हुए जो आंकड़े जारी किए हैं उसके अनुसार, 20 अप्रैल, 2021 तक देश भर में कोविशील्ड कुल 11.6 करोड़ लोगों को दी गई है। पहली डोज लेने वाले 10 करोड़ तीन लाख से कुछ ज्यादा लोगों में से सिर्फ 17,145 लोग ही कोविड-19 से संक्रमित हुए, जो कुल संख्या का 0.02 फीसदी है। कोविशील्ड की दूसरी डोज लेने वाले एक करोड़ 57 लाख 32 हजार 754 लोगों में से 5,014 लोगों को संक्रमण हुआ, जो कुल संख्या का 0.03 फीसदी है।
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