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कोरोना की जांच के लिए संसद में भी हो सुविधा

ByNI Desk,
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कोरोना की जांच के लिए संसद में भी हो सुविधा
नई दिल्ली। कोरोना वायरस के संक्रमण से उत्पन्न हालात से निपटने के लिए सरकार के प्रयासों पर राज्यसभा में विभिन्न दलों के सदस्यों ने संतोष व्यक्त करते हुए संसद भवन सहित अन्य महत्वपूर्ण स्थानों पर थर्मल स्क्रीनिंग का दायरा बढ़ाने का सुझाव दिया। स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डा. हर्षवर्धन द्वारा राज्यसभा में इस विषय पर वक्तव्य दिए जाने के बाद विभिन्न दलों के सदस्यों ने देश में मास्क और सेनिटाइजर सहित अन्य जरूरी सामग्री के बाजार में अभाव पर भी चिंता जताते हुए इसकी आपूर्ति के पर्याप्त इंतजाम सुनिश्चित करने का सुझाव दिया। नेता प्रतिपक्ष गुलाम नबी आजाद ने सुझाव दिया कि हवाईअड्डों की तर्ज पर ही रेलवे स्टेशन और बस स्टेंड पर भी स्क्रीनिंग की सुविधा दी जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि सार्वजनिक स्थलों में संक्रमण के सर्वाधिक खतरे वाले स्थानों में रेलवे स्टेशन और बस स्टेंड भी शामिल हैं। इसलिये उन्होंने पूरे देश में सभी प्रमुख रेलवे स्टेशनों और बस स्टेंड पर भी थर्मल स्क्रीनिंग सुविधा देने और प्रत्येक जिले में कम से कम एक निगरानी एवं नियंत्रण केन्द्र शुरु करने का भी सुझाव दिया।
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आप के संजय सिंह ने कहा कि संसद भवन में प्रतिदिन आने वाले देश विदेश के आगंतुकों की पर्याप्त संख्या होती है। साथ ही सांसदों के विदेश दौरों को देखते हुये संसद में भी कोरोना वायरस के संक्रमण की आशंका को देखते हुये संसद भवन के सभी प्रवेश द्वार पर थर्मल स्क्रीनिंग का इंतजाम करने का सुझाव दिया। उन्होंने बाजार में मास्क और सेनेटाइजर की कमी और अधिक कीमत पर बिक्री होने का भी मामला उठाते हुए जरूरी सामान की पर्याप्त आपूर्ति सुनिश्चित करने की मांग की। वहीं, आजाद ने कोरोना वायरस के संक्रमण को लेकर लोगों में फैल रही दहशत को रोकने के उपाय सुनिश्चित करने का सुझाव दिया। उन्होंने कहा कि देश भर में रेलवे स्टेशन, बस स्टेंड और हवाई अड्डों सहित सभी सार्वजनिक स्थलों पर स्थानीय भाषा में लोगों को दहशत में नहीं आने का परामर्श जारी करने का सुझाव दिया। सपा के रामगोपाल यादव, शिवसेना के अनिल देसाई और द्रमुक के तिरुचि शिवा ने भी कोरोना वायरस को लेकर सोशल मीडिया के माध्यम से भी दहशत फैलाने के मामले सामने आने का मुद्दा उठाते हुए इस पर नियंत्रण करने का सुझाव दिया। तृणमूल कांग्रेस के डेरेक ओ ब्रायन ने बुजुर्गों, बच्चों और बीमार लोगों में संक्रमण की अधिक आशंका को देखते हुए इन लोगों का विशेष ध्यान देने का सुझाव दिया। शिवा ने सुझाव दिया कि सरकार को सभी विमानन कंपनियों को यात्रा के दौरान प्रत्येक यात्री को मास्क मुहैया कराने का निर्देश देना चाहिए।
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अन्नाद्रमुक की विजिला सत्यनाथन और एमडीएमके के वाइको ने ईरान के तटवर्ती क्षेत्र में फंसे 721 मछुआरों की सुरक्षित वापसी कराने का सरकार से अनुरोध किया। बीजद के प्रसन्न आचार्य एवं अन्य सदस्यों ने कोरोना वायरस के सेंपल के परीक्षण के लिये ओडिशा सहित प्रत्येक राज्य में कम से कम एक प्रयोगशाला का इंतजाम करने का सुझाव दिया। उन्होंने कहा कि ओडिशा के चार संदिग्ध मामलों के सेंपल को परीक्षण के लिये पुणे स्थित प्रयोगशाला में भेजा गया है। सेंपल की रिपोर्ट जल्द मिले, इसके लिए यथाशीघ्र देश के विभिन्न इलाकों में परीक्षण केन्द्र खोले जायें। राकांपा की वन्दना चव्हाण ने कोरोना वायरस से बचने के लिये गौमूत्र और गोबर के इस्तेमाल जैसी अपुष्ट जानकारियों के प्रसार पर भी चिंता व्यक्त करते हुये सुझाव दिया कि सरकार को वैज्ञानिक तथ्यों पर आधारित जानकारी का प्रचार प्रसार करना चाहिये। वाईएसआर कांग्रेस के विजय साईंरेड्डी ने सरकार को कोरोना वायरस से बचाव की दवा एवं टीका विकसित करने के लिये शोध कार्य तेज करने का सुझाव दिया। मनोनीत सदस्य स्वप्नदास गुप्ता ने स्थिति की गंभीरता को देखते हुए बड़े पैमाने पर लोगों के एकत्र होने को नियंत्रित करने के इंतजाम सुनिश्चित करने का सुझाव दिया। कांग्रेस के आनंद शर्मा ने देश में ही जरूरी दवाओं के उत्पादन की मात्रा को बढ़ाने का सुझाव दिया जिससे इस क्षेत्र में चीन पर निर्भरता को कम किया जा सके। तृणमूल कांग्रेस के सुखेन्दु शेखर रॉय ने कोरोना वायरस के संकट से घिरे ईरान सहित मध्य पूर्व के अन्य देशों से यात्रियों के भारत आने पर रोक लगाने का सुझाव दिया। सभापति एम वेंकैया नायडू ने रेल, स्वास्थ्य, आयुष, नागर विमानन और मानव संसदध मंत्रियों से सदन में विभिन्न सदस्यों के सुझावों पर संज्ञान लेते हुए उचित कार्रवाई करने को कहा।
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