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भारत में आज से टीकाकरण

ByNI Desk,
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भारत में आज से टीकाकरण
नई दिल्ली। आखिरकार कोरोना वायरस के खिलाफ निर्णायक लड़ाई शुरू करने का समय आ गया। भारत में शनिवार को टीकाकरण अभियान शुरू होगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसे दुनिया का सबसे बड़ा टीकाकरण अभियान बताया है। शनिवार को सुबह साढ़े 10 बजे प्रधानमंत्री मोदी इस अभियान की शुरुआत करेंगे। प्रधानमंत्री वीडियो कांफ्रेंस के जरिए इस वैक्सीनेशन अभियान शुरू करने के कार्यक्रम में शामिल होंगे। प्रधानमंत्री कार्यालय की ओर से जारी एक बयान में शुक्रवार को कहा गया कि यह दुनिया का सबसे बड़ा टीकाकरण अभियान होगा। यह अभियान देश के सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में एक साथ शुरू होगा। इसके लिए हर राज्य के लगभग हर जिले में वैक्सीन की डोज पहुंचाने काम पूरा हो गया है। इस अभियान से पहले दो बार पूरे देश में रिहर्सल किया गया और उसकी रिपोर्ट के आधार पर कमियों को दूर करके वैक्सीनेशन शुरू करने की तैयारी की गई है। चुनाव आयोग भी इस अभियान पूरी मदद कर रहा है। आयोग बूथ स्तर पर लाभार्थियों की पहचान करने में सरकार की पूरी मदद करेगा। केंद्रीय गृह सचिव अजय भल्ला ने मुख्य चुनाव आयुक्त सुनील अरोड़ा को पत्र लिख कर बूथ स्तर पर 50 साल से अधिक उम्र के लोगों की पहचान करने में मदद करने की अपील की थी। केंद्र सरकार ने डाटा सुरक्षा के मुद्दे पर चुनाव आयोग को भरोसा दिलाया है कि उसके डाटा का इस्तेमाल सिर्फ वैक्सीनेशन के लिए होगा। पहले दिन तीन हजार से कुछ ज्यादा केंद्रों पर एक साथ टीकाकरण अभियान शुरू होगा। पहले चरण में एक करोड़ स्वास्थ्यकर्मियों और दो करोड़ फ्रंटलाइन वर्कर्स को टीका लगाया जाएगा। उसके बाद 50 साल से ज्यादा उम्र के करीब 27 करोड़ लोगों को टीका लगेगा। फिलहाल केंद्र सरकार ने स्वास्थ्यकर्मियों और फ्रंटलाइन वर्कर्स के लिए ऑक्सफोर्ड-एस्ट्राजेनेका और भारत बायोटेक की वैक्सीन खरीद कर सभी राज्यों को भेजा है। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि इन तीन करोड़ लोगों के टीके का खर्च केंद्र सरकार उठाएगी। माना जा रहा है कि पीएम केयर्स फंड से इसका पैसा दिया जा सकता है। बहरहाल, केंद्र की ओर से राज्यों को कुछ दिशा-निर्देश भी भेजे गए हैं, जिसके मुताबिक राज्यों को वैक्सीन की 10 फीसदी डोज सुरक्षित रखनी है क्योंकि इतने डोज वैक्सीनेशन के दौरान खराब हो सकते हैं। इसके अलावा यह कहा गया है कि हर सेंटर पर एक सेशन में एक सौ लोग ही रहेंगे। हर सेंटर पर तीन कमरे होंगे, जिसमें से एक में लाभार्थियों का डाटा चेक किया जाएगा, दूसरे में वैक्सीन लगेगी और तीसरे कमरे में वैक्सीन लगने के बाद लाभार्थी को आधे घंटे तक इंतजार करना होगा ताकि यह देखा जा सके कि उसके ऊपर वैक्सीन का कोई साइड इफेक्ट तो नहीं हो रहा है। टीकाकरण के लाभार्थियों की पहचान के लिए मतदाता पहचान पत्र, आधार कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस, पासपोर्ट और पेंशन दस्तावेज सहित 12 पहचान पत्रों में से किसी एक की जरूरत होगी। एक्टिव केसेज नहीं घट रहे कोरोना वायरस के कम होते मामलों के बीच अब एक्टिव केसेज की संख्या में आ रही कमी या तो थम गई है या बहुत कम हो गई है। अब हर दिन 16 से 18 हजार के बीच नए केसेज आ रहे हैं और करीब इतने ही लोग ठीक हो रहे हैं। इसलिए एक्टिव केसेज की संख्या जस की तस बनी हुई है। पिछले तीन दिन से एक्टिव केसेज की संख्या दो लाख 10 हजार पर अटकी है। एक्टिव केसेज में कमी आना रूक जाने का एक कारण केरल में बढ़ता संक्रमण भी है। केरल में औसतन पांच हजार से ज्यादा केसेज हर दिन आ रहे हैं, जबकि ठीक होने वालों की संख्या इससे कम रह रही है। केरल में एक्टिव केसेज की संख्या बढ़ कर 67 हजार से ऊपर पहुंच गई है। देश में सबसे ज्यादा संक्रमित महाराष्ट्र में एक्टिव केसेज की संख्या 52 हजार से ऊपर है। इस तरह एक लाख 19 हजार यानी करीब 60 फीसदी एक्टिव केसेज इन दो राज्यों में है। बाकी राज्यों में एक्टिव केसेज में कमी आई है। जिन राज्यों में संक्रमण का आंकड़ा एक से नौ लाख तक पहुंचा है उनमें से सबसे कम 23 सौ के करीब एक्टिव केस आंध्र प्रदेश में हैं। देश के 10 राज्यों में अब भी एक्टिव केसेज की संख्या पांच हजार से ऊपर है। केरल और महाराष्ट्र के अलावा उत्तर प्रदेश, छत्तीसगढ़, गुजरात, कर्नाटक, तमिलनाडु, पश्चिम बंगाल, राजस्थान और मध्य प्रदेश में पांच हजार से ज्यादा एक्टिव केस हैं। इस बीच भारत में कोरोना वायरस के संक्रमितों की संख्या शुक्रवार को देर रात तक एक करोड़ पांच लाख 43 हजार के करीब पहुंच गई थी। देर रात तक देश भर में 15 हजार के करीब नए केसेज आए। देश में अब एक्टिव केसेज की संख्या दो लाख 10 हजार है और मरने वालों की संख्या एक लाख 52 हजार से ऊपर पहुंच गई है।
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