
कोलकाता। पश्चिम बंगाल में कोरोना वायरस की महामारी के बीच सोमवार को सातवें चरण का मतदान होगा। राज्य के चार जिलों की 26 सीटों पर सुबह सात बजे से वोट डाले जाएंगे। राज्य में छठे चरण के पहले चुनाव आयोग ने रैलियों, रोडशो आदि पर पाबंदी लगा दी थी इसके बावजूद राज्य में कोरोना का कहर जारी है। पश्चिम बंगाल में अब तक कोरोना वायरस के संक्रमण की वजह से चार उम्मीदवारों की मौत हो चुकी है। उत्तर 24 परगना के खरदह विधानसभा सीट से तृणमूल कांग्रेस के उम्मीदवार काजल सिन्हा की कोरोना वायरस से मौत हो गई। रविवार को काजल ने कोलकाता के एक अस्पताल में आखिरी सांस ली।
उधर कोलकाता की टालीगज सीट से भाजपा के प्रत्याशी और केंद्रीय मंत्री बाबुल सुप्रियो संक्रमित हो गए हैं। उनकी पत्नी की कोरोना रिपोर्ट भी पॉजिटिव आई है। बंगाल में चुनाव प्रचार के दौरान कोविड-19 नियमों की जम कर धज्जियां उड़ी थीं। प्रधानमंत्री, केंद्रीय गृह मंत्री और राज्य की मुख्यमंत्री सहित तमाम नेता लाखों की भीड़ जुटाकर रैलियां, सभा और रोड शो कर रहे थे। इस दौरान संक्रमण बड़े पैमाने पर पूरे राज्य में फैला। इसकी वजह से अब तक चार प्रत्याशियों की मौत हो चुकी है, जबकि आधा दर्जन से ज्यादा संक्रमित हैं।
बहरहाल, सोमवार यानी 26 अप्रैल को बंगाल में सातवें चरण का मतदान होना है। इस चरण में कुल पांच जिलों के 26 विधानसभा सीटों पर मतदान होगा। इनमें दक्षिण दिनाजपुर, मालदा की छह सीटें, मुर्शिदाबाद की 11, कोलकाता की चार और पश्चिम बर्दवान की नौ सीटें शामिल हैं। इस चरण में कुल 268 प्रत्याशी हैं, जिनमें 37 महिलाएं शामिल हैं। इससे पहले छह चरण में 223 सीटों पर मतदान हो चुका है। आखिरी चरण का मतदान 29 अप्रैल को होगा और दो मई को वोटों की गिनती होगी।