कोलकाता। पश्चिम बंगाल में विधानसभा का चुनाव जीते भाजपा के दो सांसदों ने विधायकी से इस्तीफा दे दिया है। इसका मतलब है कि सांसद बने रहेंगे। गौरतलब है कि भाजपा ने विधानसभा चुनाव में लोकसभा के चार और राज्यसभा के एक मनोनीत सांसद को उतारा था। इसमें से लोकसभा के दो सांसद- निशिथ प्रमाणिक और जगन्नाथ सरकार ही चुनाव जीत पाए थे। बाकी तीनों सांसद हार गए थे। जीते हुए दोनों विधायकों ने विधानसभा की सदस्यता की शपथ नहीं ली थी। तभी अंदाजा लगाया जा रहा था कि वे विधायकी से इस्तीफा देंगे।
बताया जा रहा है कि भाजपा नेतृत्व ने उन्हें सांसद बने रहने और विधानसभा से इस्तीफा देने को कहा। निशिथ प्रमाणिक बंगाल विधानसभा चुनाव में दिनहाटा और जगन्नाथ सरकार शांतिपुर सीट से चुने गए थे। बताया जा रहा है कि शनिवार को भाजपा के केंद्रीय नेतृत्व में बंगाल इकाई के नेताओं के साथ दिल्ली में महत्वपूर्ण बैठक की थी, जिसमें यह फैसला किया गया। इन दोनों के इस्तीफे की वजह से इन दोनों सीटों पर उपचुनाव होगा।
गौरतलब है कि भाजपा ने विधानसभा चुनाव में अपने चार सांसदों को उम्मीदवार बनाया था, जिनमें से बाबुल सुप्रियो और लॉकेट चटर्जी को हार का सामना करना पड़ा जबकि निशिथ प्रमाणिक और जगन्नाथ सरकार ने जीत हासिल की। निशिथ प्रमाणिक ने तृणमूल कांग्रेस उम्मीदवार उदयन गुहा को महज 59 वोटों से हराया था जबकि जगन्नाथ सरकार ने 15,878 वोटों से जीत हासिल की थी। भाजपा के कुल 77 उम्मीदवार चुनाव जीते थे लेकिन दो के इस्तीफे के बाद अब यह संख्या 75 रह गई है।
नियमों के मुताबिक विधायक पद की शपथ लेने पर इन दोनों को अगले दो हफ्तों के भीतर सांसद पद से इस्तीफा देना पड़ता। इन दोनों के विधायक पद छोड़ने पर अब वहां उपचुनाव होंगे। इसके अलावा खड़दह सीट पर भी उपचुनाव होगा, जहां विजयी रहे तृणमूल उम्मीदवार काजल सिन्हा की कोरोना से मौत हो गई थी। इसके अलावा मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को भी अगले छह महीने के अंदर किसी एक विधानसभा सीट से निर्वाचित होना होगा। नंदीग्राम में वे शुभेंदु अधिकारी से हार गई थीं।