बेंगलुरू। आखिर मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा की मंत्रिमंडल का विस्तार हुआ। दिल्ली से हरी झंडी मिलने के बाद येदियुरप्पा ने बुधवार को अपनी सरकार का विस्तार किया। उन्होंने सात नए मंत्रियों को अपनी सरकार में शामिल किया। राज्यपास वजू भाईवाला ने राजभवन में हुए एक सादे समारोह में मंत्रियों को पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई। बुधवार को शपथ लेने वालों में उमेश कट्टी, अरविंद लिंबावली और मुरुगेश निरानी को कैबिनेट मंत्री के रूप में शपथ दिलाई गई। इनके अलावा एमटीबी नागराज, आर शंकर, सीपी योगीश्वर और अंगारा एस को येदियुरप्पा कैबिनेट में शामिल किया गया है।
इस बीच कर्नाटक में कैबिनेट विस्तार को लेकर भारतीय जनता पार्टी में बड़ा विवाद हो गया है। भाजपा के कुछ विधायकों ने खुली बगावत कर दी है। पार्टी के विधायक बसनगौड़ा यतनाल ने मुख्यमंत्री येदियुरप्पा पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने कहा कि येदियुरप्पा को राजनीति से संन्यास ले लेना चाहिए। जो भी ब्लैकमेल करता है या पैसा देता है उसे मंत्री बना दिया जाता है, इसके लिए कोटा है।
गौरतलब है कि मुख्यमंत्री येदियुरप्पा लंबे समय से मंत्रिमंडल का विस्तार करना चाहते थे। उन्होंने नवंबर में ही कहा था कि भाजपा अध्यक्ष की इजाजत लेकर सरकार का विस्तार करेंगे। लेकिन उनको मंजूरी मिली दो दिन पहले जब वे दिल्ली में पार्टी के वरिष्ठ नेताओं से मिले और संभावित मंत्रियों के नामों पर चर्चा की। असल में येदियुरप्पा ने कांग्रेस और जेडीएस के 17 विधायकों को तोड़ कर सरकार बनाई थी। उनमें से भी कुछ लोग पहले ही मंत्री बन चुके हैं पर कुछ और लोगों को मंत्री बनाने का दबाव था।