बड़ी लंबी कशमकश पंजाब को नया मुख्यमंत्री मिल गया हैं। चरणजीत सिंह चन्नी (Charanjit Singh Channi) के नाम पर मोहर लग गयी हैं।
कुछ देर पहले खबर आई थी कि सुखजिंदर सिंह रंधावा को सीएम बनाया जा सकता है, लेकिन वह आखिरी में समय पर पिछड़ गए और हरीश रावत ने चरणजीत सिंह चन्नी के नाम की घोषणा कर दी हैं.
अब चरणजीत सिंह चन्नी गवर्नर बनवारी लाल पुरोहित (Banwarilal Purohit) से मुलाकात करेंगे और विधायकों के समर्थन पत्र उनको सौंपेंगे.
पंजाब कांग्रेस प्रभारी हरीश रावत ने गवर्नर से इस मुलाकात का समय मांगा था, जिसके बाद गवर्नर हाउस ने साढ़े बजे का समय मुलाकात के लिए तय किया.
सूत्रों के हवाले से खबर है कि पंजाब में सीएम पद के लिए कांग्रेस में इंटरनल वोटिंग हुई, जिसमें सुनील जाखड़ को सबसे ज्यादा वोट मिले.
वहीं सुखजिंदर सिंह रंधावा (Sukhjinder Singh Randhawa) दूसरे स्थान पर और परनीत कौर तीसरे स्थान पर रहीं.
लेकिन पार्टी हाईकमान ने दलित चेहरे पर बड़ा दांव खेलते हुए चरणजीत सिंह चन्नी के नाम पर मुहर लगा दी. नए सीएम की रेस में अंबिका सोनी का नाम भी शामिल था.
लेकिन उन्होंने खराब सेहत का हवाला देकर मुख्यमंत्री बनने से इनकार कर दिया था. उन्होंने सिख चेहरे को सीएम बनाने का सुझाव दिया था.
बताते चलें कि पंजाब में सिख धर्म को मानने वाले मतदाताओं और निवासियों की संख्या 58 फीसदी है. यानी ज्यादातर लोग सिख धर्म को मानते हैं.
जबकि 38 फीसदी मतदाता हिंदू धर्म से ताल्लुख रखते हैं और दलित जनसंख्या 32 फीसदी है. इतना ही नहीं, पंजाब में भी अभी तक जितने भी मुख्यमंत्री बने हैं, वो सभी सिख रहे हैं.