अपने डेब्यू टी20 इंटरनेशनल मैच में ही रवि बिश्नोई ने फिरकी में कैरेबियाई टीम के धाकड़ बल्लेबाजों को खुलकर खेलने का मौका नहीं दिया और जबर्दस्त गेंदबाजी के दम पर मैन ऑफ द मैच चुने गए।
वेस्टइंडीज के खिलाफ तीन मैचों की सीरीज का पहला टी20 इंटरनेशनल मैच भारत ने छह विकेट से अपने नाम किया और इस जीत की नींव रखी रवि बिश्नोई ने।
युजवेंद्र चहल ने बिश्नोई से कुछ अहम सवाल किए और साथ ही पूछा कि वेस्टइंडीज के बिग हिटर बल्लेबाजों के खिलाफ उनका प्लान ऑफ एक्शन क्या था।
बिश्नोई ने बताया कि उनका प्लान बस विकेट टू विकेट गेंद फेंकने का था और कैरेबियाई बल्लेबाजों को रूम नहीं देना था।
बिश्नोई का यह प्लान कारगर रहा और उन्होंने अपने कोटे के चार ओवर में महज 17 रन देकर दो विकेट निकाले। वेस्टइंडीज की टीम पहले बल्लेबाजी का न्योता मिलने के बाद 20 ओवर में सात विकेट पर 157 रन ही बना सकी।
रवि बिश्नोई ने बताया कि वह इस मैच से पहले एक्साइटेड थे और थोड़े नर्वस भी थे, लेकिन जिस तरह से हेड कोच राहुल द्रविड़ और सीनियर खिलाड़ियों ने उनका मनोबल बढ़ाया वह खास था।
उन्होंने साथ ही कहा कि विकेट टू विकेट गेंद रखने के चक्कर में उन्होंने चार-पांच वाइड भी गेंद फेंकी, जो वह अगले मैच में सुधारना चाहेंगे।
चहल ने मजे लेते हुए कहा कि वाइड गेंद फेंककर क्या वह ऋषभ पंत का टेस्ट ले रहे थे, जिसके जवाब में बिश्नोई ने कहा कि ना चाहते हुए भी उन्होंने विकेटकीपिंग स्किल्स को चेक कर लिया।