वर्ल्ड कप में टीम इंडिया ग्रुप दौर में ही बुरी तरह हारकर सेमीफाइनल से पहले इस टूर्नामेंट से बाहर हो गई है. रवि शास्त्री का कोच के तौर पर टीम इंडिया के साथ कॉन्ट्रैक्ट भी अब खत्म हो चुका है.
शास्त्री ने कहा कि अगर आने वाले कुछ समय में मानसिक थकान को लेकर ICC और दुनिया भर के क्रिकेट बोर्ड्स ने कुछ नहीं किया तो इसका क्रिकेट पर बहुत गलत असर पड़ सकता है.
ऐसे में जल्द ही खिलाड़ी इंटरनेशनल क्रिकेट खेलने से पीछे हटने लगेंगे. रवि शास्त्री ने टीम इंडिया के खिलाड़ियों की पिछले कुछ महीनों की हालत को लेकर कहा, 'हम करीब 6 महीने से बायो बबल में रह रहे हैं.
हमें अगर IPL और टी20 वर्ल्ड कप के बीच में गैप मिला होता तो सही रहता.' जो लोग खेल रहे हैं, ये सभी इंसान हैं, ये लोग पेट्रोल पर नहीं चलते हैं. सबसे पहले मेरे दिमाग में आराम की बात आती है.
मैं मानसिक रूप से थका हुआ हूं, लेकिन मेरी उम्र में मैं ऐसा होने की उम्मीद करता हूं, लेकिन ये खिलाड़ी मानसिक और शारीरिक रूप से थके हुए हैं.'
रवि शास्त्री ने कहा, 'हम हार स्वीकार करते हैं और हम हारने से नहीं डरते. जीतने का कोशिश करते हुए आप मैच हार सकते हैं, लेकिन यहां हमने जीतने का कोशिश नहीं की, क्योंकि हमें एक्स फैक्टर की कमी खल रही थी.'
कप्तानी छोड़ने के बाद विराट कोहली ने कहा, 'अब मैं बहुत राहत महसूस कर रहा हूं. पिछले 6 से 7 साल में जब भी मैंने मैदान में कदम रखा तो कड़ा क्रिकेट खेला, जिसका शरीर पर काफी असर पड़ता है.
टी20 क्रिकेट में अधिक अंतर नहीं होगा. अगर आप पहले दो मैचों में शुरुआती लगभग दो ओवर में अधिक जज्बे के साथ खेलते तो चीजें अलग हो सकती थी.'