टोक्यो पैरालंपिक में पहला गोल्ड मेडल राजस्थान की शूटर अवनि लेखरा ने दिलाया है। यह भारत की किसी भी महिला का पहला ओलंपिक पदक है।
सोमवार को इतिहास रचते हुए महिलाओं के 10 मीटर एयर राइफल के क्लास एसएच1 में अवनी ने गोल्ड जीतकर देश को गर्व से भर दिया है।
अवनि लेखरा जयपुर की रहने वाली हैं। 11 साल की उम्र में एक रोड एक्सीडेंट का शिकार हो गई थी। जिसमें वे स्पाइनल कॉर्ड इंजरी के चलते पैरालाइज हो गईं थीं।
Avani Lekhara ने निशानेबाजी के फाइनल में 249.6 अंक लेकर विश्व रिकार्ड की बराबरी भी की हैं। उन्होंने इस प्रतियोगिता में चीन की झांग कुइपिंग को पीछे छोड़ पहला स्थान हासिल किया।
अवनी लेखरा ने पहली बार स्टेट लेवल पर अगस्त 2015 में राइफल उधार लेकर गोल्ड जीता। इसके बाद अवनी ने कभी मुड़कर पीछे नहीं देखा।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने किसी भी तरह के ओलंपिक में पहला गोल्ड दिलाने वाली भारत की बेटी अवनी को बधाई दी है।
अवनी अभिनव बिंद्रा को अपना प्रेरणास्रोत मानती है। उनके पिता राजस्व अपीलीय अधिकारी के तौर पर गंगानगर में कार्यरत हैं।
Avani Lekhara ने निशानेबाजी के फाइनल में 249.6 अंक लेकर विश्व रिकार्ड की बराबरी भी की हैं। उन्होंने इस प्रतियोगिता में चीन की झांग कुइपिंग को पीछे छोड़ पहला स्थान हासिल किया।