Naya India-Hindi News, Latest Hindi News, Breaking News, Hindi Samachar

दिल्ली में बारिश से हुई मौतों पर अतिशी ने मुख्यमंत्री को लिखा पत्र

New Delhi, Jul 25 (ANI): Delhi Legislative Assembly LoP and Aam Aadmi Party (AAP) leader Atishi addresses a press conference, at the party office in New Delhi on Friday. (ANI Photo)

दिल्ली विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष और आम आदमी पार्टी की नेता अतिशी ने राजधानी में बारिश के दौरान हुई एक और दर्दनाक मौत को लेकर भाजपा की “चार इंजन वाली सरकार” पर गंभीर लापरवाही के आरोप लगाए हैं।

अतिशी ने मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता को पत्र लिखकर लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी) मंत्री परवेश वर्मा को तत्काल पद से हटाने की मांग की है। अतिशी ने कहा कि बुधवार सुबह हंसराज सेठी मार्ग पर बारिश के दौरान एक पेड़ गिरने से एक युवक की मौत हो गई, जबकि एक युवती गंभीर रूप से घायल है और जिंदगी की जंग लड़ रही है। उन्होंने इसे “प्राकृतिक आपदा” मानने से इनकार करते हुए कहा कि यह घटना सरकार की मानसून से जुड़ी तैयारियों की पूरी तरह नाकामी का नतीजा है।

उन्होंने लिखा, “यह कोई अकेली घटना नहीं है। आपके शासन संभालने के बाद से बारिश के चलते कई लोगों की जान जा चुकी है, जो बेहद शर्मनाक है।” उन्होंने हालिया घटनाओं का जिक्र करते हुए बताया कि 9 अगस्त, रक्षाबंधन के दिन, दो अलग-अलग हादसों में कई जानें गईं। पहले हादसे में खेड़ा खुर्द के फुर्नी रोड पर खुले नाले में गिरकर ढाई साल के मासूम की मौत हो गई, वहीं दूसरे हादसे में जेटपुर इलाके में दीवार गिरने से आठ लोगों की मौत हो गई, जिनमें दो छोटे बच्चे भी शामिल थे। अतिशी ने पत्र में यह भी लिखा कि 30 जुलाई को उत्तरी दिल्ली के सहगल कॉलोनी में दीवार गिरने से एक महिला और उसके बेटे की मौत हो गई, जबकि दो मजदूर घायल हुए। 22 मई को आंधी-पानी के दौरान एक दिव्यांग सहित दो लोगों की मौत और 11 लोग घायल हुए थे।

Also Read : बिहार की मतदाता सूची से हटाए गए 65 लाख नामों को सार्वजनिक करें, सुप्रीम कोर्ट का चुनाव आयोग को निर्देश

उन्होंने कहा कि यह तो सिर्फ मीडिया में रिपोर्ट हुए मामले हैं, जबकि इस साल बारिश में और भी कई लोग जान गंवा चुके हैं। अतिशी ने आरोप लगाया, “दिल्ली की जनता हर बारिश में जलभराव, पेड़ों के गिरने और बुनियादी ढांचे की नाकामी से जूझने को मजबूर है। पीडब्ल्यूडी, जिसका दायित्व शहर की सुरक्षा और ढांचे की देखरेख है, अपनी सबसे बुनियादी जिम्मेदारी निभाने में विफल रहा है।

उन्होंने कहा कि मंत्री परवेश वर्मा को नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए तुरंत इस्तीफा देना चाहिए और मुख्यमंत्री को उन्हें मंत्रिमंडल से हटाना चाहिए। इससे कम कुछ भी जनता के भरोसे को बहाल नहीं कर पाएगा।

Pic Credit : ANI

Exit mobile version