रायपुर। अगले साल मार्च तक नक्सलवाद को पूरी तरह से खत्म करने के केंद्र सरकार के अभियान के तहत नक्सलियों के खिलाफ जोर शोर से कार्रवाई जारी है। गुरुवार को छत्तीसगढ़ के दो इलाकों में सुरक्षा बलों ने मुठभेड़ में 30 नक्सलियों को मार गिराया। एक मुठभेड़ बीजापुर, दंतेवाड़ा बॉर्डर पर हुई और दूसरी कांकेर व नारायणपुर सीमा पर हुई। पुलिस ने मारे गए 30 नक्सलियों के शव बरामद कर लिए हैं। बताया जा रहा है कि बीजापुर में 26 और कांकेर में चार नक्सलियों के शव मिले। बीजापुर की मुठभेड़ में डिस्ट्रिक्ट रिजर्व गार्ड यानी डीआरजी का एक जवान भी शहीद हुआ है।
बस्तर के आईजी सुंदरराज पी ने बताया कि गुरुवार दोपहर तक दोनों तरफ से फायरिंग जारी थी। घटनास्थल से नक्सलियों के शव और कई ऑटोमैटिक हथियार बरामद किए गए हैं। मुठभेड़ के बाद देर शाम तक तलाशी अभियान जारी रहा। इस बीच एक तीसरी घटना नारायणपुर और दंतेवाड़ा सीमा पर स्थित थुलथुली इलाके में हुई, जहां आईईडी विस्फोट की चपेट में आने से दो जवान घायल हो गए। दोनों की हालत खतरे से बाहर है।
बताया जा रहा है कि पुलिस को गंगालूर इलाके में बड़ी संख्या में नक्सलियों की मौजूदगी की जानकारी मिली थी। इसके बाद दंतेवाड़ और बीजापुर बॉर्डर पर पुलिस ने साझा अभियान शुरू किया। सुरक्षा बल एक दिन पहले एंड्री इलाके में पहुंच गई थी। गुरुवार की सुबह वहां मुठभेड़ हुई। बीजापुर और दंतेवाड़ा की पुलिस ने जानकारी दी है कि मुठभेड़ देर तक जारी रही। गौरतलब है कि छत्तीसगढ़ और महाराष्ट्र सीमा पर एक महीने पहले नौ फरवरी को सुरक्षा बलों के एक हजार से ज्यादा जवानों ने 31 नक्सलियों को मार गिराया था। इस मुठभेड़ में डीआरजी और एसटीएफ के एक-एक जवान भी शहीद हुए थे। उससे पहले छत्तीसगढ़ के गरियाबंद जिले में 27 नक्सली मारे गए थे, जिसमें एक करोड़ का इनामी जयराम उर्फ चलपति समेत कई कमांडर भी शामिल थे। पुलिस ने 14 नक्सलियों के शव बरामद किए थे।