नई दिल्ली। भारत और पाकिस्तान के बीच सीजफायर की सहमति की खबर राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक्स पर दी थी। उन्होने लिखा था-, ‘रात में अमेरिका की मध्यस्थता में चली लंबी बातचीत के बाद मुझे बताते हुए खुशी हो रही है कि भारत और पाकिस्तान तुरंत और पूरी तरह हमले रोकने के लिए तैयार हो गए हैं। मैं दोनों देशों को कॉमन सेंस, समझदारी से भरा फैसला लेने के लिए बधाई देता हूं’। ‘भारत और पाकिस्तान सीजफायर करने पर राजी हो गए हैं। दोनों देशों ने शनिवार की शाम पांच बजे से गोलीबारी और एक दूसरे के खिलाफ हर तरह का हमला रोक दिया है। भारत की ओर से बताया गया है कि शाम साढ़े तीन बजे के करीब पाकिस्तान के सैन्य मामलों के महानिदेशक यानी डीजीएमओ ने फोन किया और उसके बाद सैन्य कार्रवाई रोकने पर सहमति बनी।
उसके आधे घंटे बाद भारत के विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने सीजफायर की पुष्टि की। अमेरिका के उप राष्ट्रपति जेडी वेंस ने भी सीजफायर की सूचना साझा की। हालांकि 24 घंटे पहले उन्होंने कहा था कि भारत और पाकिस्तान के मामले से अमेरिका का कोई लेना देना नहीं है और अमेरिका इसमें कोई दखल नहीं देगा।
ट्रंप के बयान के आधे घंटे बाद भारत की और पहले शाम छह बजे विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने मीडिया को संबोधित किया। एक मिनट से कम समय में उन्हेंने अपनी बात खत्म की और चले गए। उन्होंने कहा, ‘पाकिस्तान के डीजीएमओ ने शनिवार दोपहर 3:35 बजे भारतीय डीजीएमओ को फोन किया। सहमति बनी कि दोनों पक्ष शनिवार दोपहर पांच बजे से जमीन, हवा और समुद्र में सभी तरह की गोलीबारी और सैन्य कार्रवाई बंद कर देंगे। इस सहमति को लागू करने के लिए दोनों पक्षों को निर्देश दिए गए हैं। वे 12 मई को दोपहर 12 बजे फिर से बात करेंगे’। दोनों देशों के सैन्य महानिदेशक 12 मई को वार्ता करेंगे।
उधर पाकिस्तान के उप प्रधानमंत्री इशाक डार ने युद्धविराम की पुष्टि की। उन्होंने कहा, ‘पाकिस्तान और भारत ने तत्काल प्रभाव से युद्ध विराम पर सहमति जताई है। पाकिस्तान ने हमेशा अपनी संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता से समझौता किए बिना क्षेत्र में शांति और सुरक्षा के लिए प्रयास किया है’। असल में अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रूबियो ने बुधवार रात पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ और भारतीय विदेश मंत्री एस जयशंकर से बात की। उन्होंने दोनों देशों से तनाव कम करने और दक्षिण एशिया में शांति स्थापित को लेकर मिलकर काम करने की अपील की थी। अमेरिकी विदेश विभाग की प्रवक्ता टैमी ब्रूस ने बताया कि मार्को रूबियो ने जयशंकर से फोन पर पहलगाम में हुए आतंकी हमले में जान गंवाने वालों के लिए शोक प्रकट किया। उन्होंने कहा कि आतंकवाद के खिलाफ अमेरिका भारत के साथ है। हालांकि, उन्होंने यह भी सलाह दी कि भारत इस हमले के पीछे पाकिस्तान का हाथ बताने और जवाबी कार्रवाई की मांग करने में सावधानी बरते।