अयोध्या। अयोध्या में दिवाली से एक दिन पहले शुक्रवार को धूमधाम से दीपोत्सव मनाया गया। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ इसमें शामिल हुए। उन्होंने राम मंदिर में दीप जलाए। इसके बाद दीपोत्सव की शुरुआत हुई। इस मौके पर उन्होंने समाजवादी पार्टी की सरकार पर निशाना साधा और कहा कि पहले गोलियां चलती थीं लेकिन अब फूल बरसाए जा रहे हैं। हालांकि इस बार के दीपोत्सव पर राजनीतिक विवाद की छाया भी दिखी। दीपोत्सव के विज्ञापन में फोटो नहीं छापे जाने से नाराज दोनों उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य और ब्रजेश पाठक दोनों दीपोत्सव में हिस्सा लेने अयोध्या नहीं पहुंचे।
बहरहाल, शुक्रवार की शाम को मुख्यमंत्री के दीप जलाने के बाद राम की पैड़ी पर दीपक जलाने शुरू हुए। इस बार 26 लाख 17 हजार दीपक एक साथ जलाए गए। ड्रोन से इन दीपों की काउंटिंग हुई। राम की पैड़ी पर लेजर लाइट शो भी किया गया। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने राम कथा पार्क में हेलीकॉप्टर से उतरे श्रीराम, माता सीता और लक्ष्मण का स्वागत किया। मुख्यमंत्री ने सभी का माल्यार्पण किया। इसके बाद श्रीराम, सीता के रथ से खींच कर मंच तक ले गए। यहां सभी का तिलक लगाने के बाद आरती की। फिर राम राज्याभिषेक किया गया।
इससे पहले साकेत महाविद्यालय से 22 झांकियां और शोभायात्रा निकाली गई। इनमें 22 झांकियों रामायण के सात कांडों पर आधारित झांकियां भी थीं। दीपोत्सव के दौरान 11 सौ ड्रोन से विशेष शो का आयोजन भी किया गया था। इसके अलावा 21 सौ से ज्यादा अर्चकों ने एक साथ सरयू की महाआरती की। यह भी अपने आप में एक रिकॉर्ड है। इसके अलावा 26 लाख 17 हजार दीपक एक साथ जला कर नया रिकॉर्ड बनाया गया।
