नई दिल्ली। केंद्र सरकार देश भर में कफ सिरप बनाने वाली कंपनियों की जांच कराएगी। कई राज्यों में कफ सिरप से बच्चों की लगातार हो रही मौतों के बाद यह फैसला किया गया है। गुरुवार को केंद्रीय औषधि मानक नियंत्रण संगठन, सीडीएससीओ ने देश भर में सिरप बनाने वाली फॉर्मा कंपनियों की जांच और सैंपल टेस्टिंग करने का फैसला किया है।
केंद्र सरकार ने सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों से कफ सिरप बनाने वाली कंपनियों की सूची मांगी है, ताकि उनकी क्वालिटी और सुरक्षा की जांच की जा सके। बताया जा रहा है कि सीडीएससीओ ने विश्व स्वास्थ्य संगठन, डब्लुएचओ को बताया कि तीन कफ सिरप कोल्ड्रिफ, रेस्पिफ्रेश टीआर और रिलाइफ की बाजार में बिक्री और उनके उत्पादन पर भी रोक लगा दी है।
इसके अलावा, ड्रग्स कंट्रोलर जनरल यानी डीसीजीआई ने सभी राज्यों को निर्देश दिया कि दवा बनाने से पहले कच्चे माल और तैयार दवाओं का परीक्षण जरूर किया जाए। जांच में पाया गया है कि कई दवा कंपनियां हर बैच की सही तरीके से जांच नहीं कर रहीं, जिससे दवाओं की क्वालिटी खराब हो रही है। इससे पहले मध्य प्रदेश की एसआईटी ने बुधवार रात चेन्नई में कोल्ड्रिफ सिरप बनाने वाली कंपनी श्रीसन फार्मा के डायरेक्टर गोविंदन रंगनाथन को गिरफ्तार कर लिया था। एसआईटी ने कंपनी से महत्वपूर्ण दस्तावेज, दवाओं के नमूने और प्रोडक्शन रिकॉर्ड भी जब्त किए हैं।
इस मामले की सीबीआई जांच को लेकर दायर जनहित याचिका पर सुप्रीम कोर्ट शुक्रवार को सुनवाई कर सकता है। वकील विशाल तिवारी की याचिका में इस मामले की जांच राष्ट्रीय न्यायिक आयोग या सीबीआई के जरिए विशेषज्ञों की समिति बनाकर कराए जाने की मांग की गई है।