नई दिल्ली। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने इजराइल और ईरान के बीच सीजफायर कराने के बाद ईरान को धमकाया है और कहा है कि अगर उसने परमाणु कार्यक्रम फिर से शुरू किया तो अमेरिका फिर हमला करेगा। ट्रंप ने फिर इस दावे को दोहराया कि अमेरिकी हमले में ईरान का परमाणु कार्यक्रम तहस नहस हो गया है। खुद ईरान ने भी माना है कि 22 जून को अमेरिकी हमलों से उसके परमाणु ठिकानों को काफी नुकसान पहुंचा है। हालांकि अमेरिकी अखबार न्यूयॉर्क टाइम्स ने एक रिपोर्ट में कहा कि ईरान के परमाणु कार्यक्रम को ज्यादा नुकसान नहीं हुआ है। ट्रंप ने इस रिपोर्ट को खारिज कर दिया।
बहरहाल, ईरान के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता इस्माइल बाघई ने बुधवार को को न्यूज चैनल ‘अल जजीरा’ से बातचीत कहा कि अमेरिकी बस्टर बमों के हमले असरदार थे और उससे परमाणु ठिकानों को नुकसान पहुंचा है। हालांकि, बाघई ने नुकसान का ब्योरा नहीं दिया। गौरतलब है कि राष्ट्रपति ट्रंप नाटो की बैठक में हिस्सा लेने नीदरलैंड के हेग गए हैं। वहां उन्होंने कहा कि ईरानी परमाणु ठिकानों पर अमेरिकी हमलों के कारण 12 दिनों तक चली ईरान और इजराइल की जंग रुकी। उन्होंने अमेरिकी हमले की तुलना नागासाकी और हिरोशिमा पर हुए हमले से की और कहा है कि जैसे उस हमले से युद्ध रूका था वैसे ही इससे भी युद्ध रूका है।
ट्रंप ने युद्ध रूकवाने के श्रेय लेते हुए ईरान को धमकी दी और कहा, ’12 दिनों के दौरान ईरान नर्क से गुजरा, जिसके कारण उसे परमाणु हथियार बनाने की इच्छा छोड़नी पड़ी। अगर ईरान ने फिर से परमाणु कार्यक्रम शुरू किया तो हम फिर हमला करेंगे’। राष्ट्रपति ट्रंप ने यह भी कहा कि अमेरिका अगले हफ्ते ईरान के साथ बैठक करने जा रहा है। दोनों के बीच कुछ समझौता हो सकता है। ट्रंप ने नाटो की बैठक में भी बड़ी उपलब्धि हासिल करने का दावा करते हुए कहा कि अमेरिका ने बहुत भार अपने कंधों पर उठा लिया है। अब नाटो के देश अपना रक्षा खर्च पांच फीसदी तक बढ़ाने के लिए सहमत हो गए हैं।
दूसरी ओर अमेरिकी मीडिया हाउस ‘सीएनएन’ और ‘न्यूयॉर्क टाइम्स’ ने दावा किया है कि अमेरिकी हमलों से ईरान का परमाणु कार्यक्रम पूरी तरह से तबाह नहीं हुआ है। बस कुछ महीनों के लिए पिछड़ गया है। यह दावा एक अमेरिकी खुफिया रिपोर्ट के आधार पर किया गया है। हालांकि, ट्रंप ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्रूथ सोशल पर इन मीडिया रिपोर्ट्स को फर्जी खबर करार देकर खारिज किया। इस बीच इजराइल और ईरान दोनों ने युद्ध में जीत का दावा किया। इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा कि ईरान के खिलाफ इजराइल ने ऐतिहासिक जीत हासिल की है, जो पीढ़ियों तक याद रखी जाएगी। उधर ईरान में मंगलवार से ही जश्न मनाया जा रहा है। ईरान के विदेश मंत्री अब्बास अराघची ने कहा कि उनका देश परमाणु कार्यक्रम बंद नहीं करेगा। उन्होंने कहा, ‘हमने इस तकनीक को हासिल करने के लिए बहुत मेहनत की है। हमारे वैज्ञानिकों ने बलिदान दिए हैं’। ईरान की राजधानी तेहरान में मंगलवार को जीत के जश्न का कार्यक्रम भी आयोजित किया गया था।