नई दिल्ली। राजधानी दिल्ली को छोड़ कर मानसून देश के हर हिस्से में पहुंच गया। मंगलवार को मानसून की एंट्री हरियाणा में भी हो गई। दिल्ली को छोड़ कर देश के लगभग सभी हिस्सों में खूब बारिश हो रही है। गुजरात में पिछले तीन दिन से तेज बारिश हो रही है। सूरत में 24 घंटे में 10 इंच बारिश हुई है। इससे शहर के कई इलाकों में बाढ़ जैसी स्थिति बन गई है। अधिकतर सड़कों पर पानी भर गया है। शहर के स्कूल भी बंद कर दिए गए हैं। लगातार बारिश से दो स्टेट हाईवे में जलभराव हो गया है।
गौरतलब है कि इस साल 24 मई को तय तारीख से आठ दिन पहले मानसून ने केरल में दस्तक दी थी। उसके बाद मानसून तेजी से आगे बढ़ा लेकिन बीच में करीब दो हफ्ते यह महाराष्ट्र और छत्तीसगढ़ की सीमा पर अटक गया। लेकिन पिछले हफ्ते वहां से आगे बढ़ने के बाद इसने बडी तेजी से पूरा देश कवर किया है। दिल्ली में सामान्य तौर पर 30 जून तक मानसून पहुंचता है। लेकिन इस बार 24 जून को पहुंचने की भविष्यवाणी की गई थी।
दक्षिण पश्चिम मानसून के पूरे देश में पहुंचने के बाद हर राज्य में बारिश हो रही है। उत्तर प्रदेश में जून में बारिश का 50 साल का रिकॉर्ड टूट गया है। 1971 से 2020 के बीच हुई औसत बारिश के मुकाबले इस साल 25 फीसदी ज्यादा बारिश हुई है। उधर उत्तराखंड में मानसून के पहुंचने के साथ ही प्राकृतिक आपदाओं का दौर भी शुरू हो गया है। यमुनोत्री पैदल मार्ग पर भूस्खलन हुआ, इसमें करीब आधा दर्जन यात्री दब गए। मलबे से दो शव बरामद किए गए हैं। राहत और बचाव का काम जारी है। बद्रीनाथ से लौट रहे हरियाणा के श्रद्धालु की कार पर पहाड़ी से एक बड़ा पत्थर गिर जाने से महिला यात्री की मौके पर ही मौत हो गई।