न्यूयॉर्क/वाशिंगटन। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा है कि मई में भारत और पाकिस्तान के बीच सैन्य टकराव के दौरान “पांच विमान मार गिराए गए।’’ साथ ही उन्होंने एक बार फिर दावा किया कि दोनों देशों के बीच सैन्य टकराव उनके हस्तक्षेप के बाद समाप्त हुआ।
इसी के साथ ट्रंप ने यह भी दोहराया कि अमेरिका की मध्यस्थता के दोनों देशों ने कार्रवाइयां रोकीं। ध्यान रहे भारत सरकार ने पाकिस्तान के साथ सीधी बातचीत से सीजफायर होने की बात कही हुई है। पर अमेरिका के राष्ट्रपति ट्रंप ने ‘व्हाइट हाउस’ में रिपब्लिकन पार्टी के सांसदों के लिए आयोजित रात्रिभोज के दौरान कहा, “एक तरफ भारत और दूसरी ओर पाकिस्तान था। दोनों के बीच सैन्य टकराव जारी था। विमान मार गिराए जा रहे थे… चार या पांच विमान। मुझे लगता है कि वास्तव में पांच विमान मार गिराए गए थे… हालात बद से बदतर होते जा रहे थे, है ना?’’
उन्होंने कहा, “…दोनों के पास परमाणु हथियार हैं और वे एक-दूसरे पर हमले कर रहे थे।’’
ट्रंप ने कहा, “भारत और पाकिस्तान एक-दूसरे से भिड़ रहे थे और स्थिति गंभीर होती जा रही थी। हमने व्यापार के जरिये इसका समाधान किया। हमने कहा ‘आप लोग व्यापार समझौता करना चाहते हैं। अगर आप हथियार, शायद परमाणु हथियार से हमला करने वाले हैं तो हम व्यापार समझौता नहीं कर पाएंगे। दोनों ही बहुत शक्तिशाली परमाणु शक्ति संपन्न देश हैं।’’
ट्रंप ने कहा, “मुझे इस बात पर बहुत गर्व है कि हमने बहुत सारे युद्ध रुकवाए, कई सारे युद्ध… और ये गंभीर युद्ध थे।” उन्होंने कहा कि उनके प्रशासन ने छह महीने में इतनी उपलब्धियां हासिल कर लीं, जितनी कोई भी अन्य प्रशासन आठ साल में भी हासिल नहीं कर सका।
ट्रंप 10 मई के बाद से विभिन्न अवसरों पर कई बार यह दावा कर चुके हैं कि उन्होंने भारत और पाकिस्तान के बीच सैन्य टकराव खत्म कराने में मदद की और दोनों देशों से कहा कि यदि वे संघर्ष को रोक दें तो अमेरिका उनके साथ “बहुत सारा व्यापार” करेगा।
भारत ने पहलगाम आतंकवादी हमले के जवाब में पाकिस्तान में आतंकवादियों के ठिकानों को निशाना बनाते हुए सात मई को ‘ऑपरेशन सिंदूर’ शुरू किया था। पाकिस्तान में स्थित आतंकवादी समूह लश्कर-ए-तैयबा (एलईटी) से जुड़े ‘द रेजिस्टेंस फ्रंट’ (टीआरएफ) ने पहलगाम हमले की जिम्मेदारी ली थी।
‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत भारत की कार्रवाई के बाद दोनों पक्षों ने एक-दूसरे पर हमले किए। इसके बाद 10 मई को सैन्य टकराव रोकने पर सहमति बनीं। अमेरिका ने बृहस्पतिवार को टीआरएफ को एक वैश्विक आतंकवादी संगठन घोषित किया। भारत ने अमेरिका के इस फैसले का स्वागत किया है।