पटना। बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और राष्ट्रीय जनता दल के अध्यक्ष लालू प्रसाद के परिवार का झगड़ा चुनाव नतीजों के बाद और तेज हो गया है। चुनाव नतीजा आने के अगले दिन यानी 15 नवंबर के विवाद चल रहा है। रविवार को लालू प्रसाद की बेटी रोहिणी आचार्य ने दो सोशल मीडिया पोस्ट और किए, जिससे विवाद बढ़ा। इस बीच तेजस्वी यादव ने 17 नवंबर को हार की समीक्षा के लिए बैठक बुलाई है।
बहरहाल, राजनीति छोड़ने और अपने परिवार से नाता तोड़ने के ऐलान के एक दिन बाद रोहिणी आचार्य ने एक के बाद एक दो सोशल मीडिया पोस्ट कर तेजस्वी यादव और संजय यादव पर गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने तेजस्वी के साथ रहने वाले रमीज नेमत पर भी आरोप लगाए हैं। इस बीच रोहिणी आचार्य के राबड़ी आवास छोड़ने के बाद रविवार को तीन और बहनें रागिनी, राजलक्ष्मी और चंदा यादव भी दिल्ली रवाना हो गए।
उधर दिल्ली में रोहिणी ने मीडिया से बातचीत में कहा कि ‘चप्पल वाली बात सही है। रोहिणी जो बोलती है सही बोलती है। ये बात तेजस्वी, संजय और रमीज से पूछिए। मेरे माता, पिता रो रहे थे। मेरी बहनें रो रही थी मेरे लिए’। इससे एक दिन पहले उन्होंने कहा था कि संजय यादव और रमीज ने चप्पल उठाई थी। इसके बाद उन्होंने राजनीति से संन्यास लेने और परिवार से नाता तोड़ने का ऐलान किया था।
रविवार को अपनी भावुक पोस्ट में रागिनी ने लिखा, ‘भगवान न करे कि किसी के घर में मेरी जैसी बेटी हो। अभी मैं ससुराल जा रही हूं। मेरी सास भी रो रही है ये सब तमाशा देखकर। जिस घर में भाई हो तो उस घर में भाइयों का भी योगदान होना चाहिए। क्या सभी योगदान बेटियों को देना होता है’? इससे पहले रविवार सुबह रोहिणी ने एक इमोशनल पोस्ट कर कहा, ‘मुझसे मेरा मायका छुड़वाया गया। मुझे अनाथ बनाया गया। मैंने रोते रोते घर छोड़ा है। मुझे मारने के लिए चप्पल उठाई गई’।
