Naya India-Hindi News, Latest Hindi News, Breaking News, Hindi Samachar

आज 259 जगहों पर सुरक्षा ड्रील

मॉक ड्रिल

देश के 244 जिलों सहित कुल 259 जगहों पर बुधवार को सुरक्षा ड्रिल का आयोजन होगा। हमले और युद्ध की स्थिति में सुरक्षित रहने के उपायों के बारे में जानकारी देने के लिए यह ड्रिल होगी। बुधवार, सात मई के होने वाली ड्रिल से पहले मंगलवार को भी देश के कई इलाकों में ऐसी ड्रिल हुई। पहलगाम हमले के बाद पाकिस्तान के साथ चल रही तनातनी के बीच केंद्रीय गृह मंत्रालय ने सभी राज्यों को मॉक ड्रिल कराने का आदेश दिया है। इसमें हवाई हमले का सायरन बजेगा और लोगों को अपनी सुरक्षा के उपाय करने होंगे। जहां सायरन बजेगा और वहां लाइट भी ऑफ होगा।

केंद्रीय गृह मंत्रालय ने 244 जिलों में मॉक ड्रिल कराने का फैसला किया है। उनके अलावा 25 और जगहों पर मॉक ड्रिल होगी। गृह मंत्रालय ने इन इलाकों को सिविल डिफेंस डिस्ट्रिक्ट के तौर पर शामिल किया है। ये सामान्य प्रशासनिक जिलों से अलग हैं। सिविल डिफेंस डिस्ट्रिक्ट्स को उनकी संवेदनशीलता के आधार पर तीन श्रेणियों में बांटा गया है। पहली श्रेणी सबसे संवेदनशील और तीसरी श्रेणी सबसे कम संवेदनशील है।

259 जिलों में मॉक ड्रिल होगी

गृह मंत्रालय ने सोमवार, पांच मई को सभी राज्यों को मॉक ड्रिल कराने के आदेश जारी किए थे। दिल्ली में गृह मंत्रालय में मंगलवार को उच्चस्तरीय बैठक में मॉक ड्रिल की तैयारियों की समीक्षा की गई। इसमें राज्यों के मुख्य सचिव और सिविल डिफेंस चीफ समेत कई उच्च अधिकारी मौजूद थे। मंगलवार को ही गृह मंत्रालय ने मॉक ड्रिल वाले जिलों की सूची जारी की। इनमें राज्यवार संवेदनशीलता के आधार पर जिलों को बांटा गया है। गृह मंत्रालय देश के कुल 35 राज्‍य और केंद्र शासित प्रदेशों में 259 सिविल डिफेंस डिस्ट्रिक्‍ट बनाए हैं।

कुल 259 सिविल डिफेंस डिस्ट्रिक्‍ट को इनके महत्व और संवेदनशीलता के आधार पर तीन श्रेणियों में बांटा गया है। पहली श्रेणी में सबसे संवेदनशील 13 सिविल डिफेंस डिस्ट्रिक्‍ट को शामिल किया गया हैं। मिसाल के तौर पर उत्‍तर प्रदेश में केवल सिर्फ एक बुलंदशहर पहली श्रेणी में है क्‍योंकि यहां नरौरा परमाणु संयंत्र मौजूद है। बहररहाल, दूसरी श्रेणी में 201 और तीसरी श्रेणी में 45 जिले हैं। बहरहाल, गृह मंत्रालय ने नागरिकों को मॉक ड्रिल के लिए तैयार रहने को कहा है। उनको मॉक ड्रिल के दौरान हिदायत दी जाएगी कि वे मेडिकल किट, राशन, टॉर्च और मोमबत्तियां अपने घरों पर रखें। इसके अलावा कैश भी साथ रखें, क्योंकि इमरजेंसी में मोबाइल और डिजिटल ट्रांजैक्शन फेल हो सकते हैं।

Also Read: अभी जारी है ‘ऑपरेशन सिंदूर’

Exit mobile version