नई दिल्ली। करीब दो हफ्ते तक ठहरे रहने के बाद मानसून तेजी से आगे बढ़ रहा है और देश के ज्यादा से ज्यादा हिस्सों तक पहुंच रहा है। लेकिन मानसून की बारिश के कारण देश के कई हिस्सों में बड़ी तबाही हुई है। बिहार में बारिश और बाढ़ की वजह से गयाजी में फल्गू नदी का पानी अचानक बहुत बढ़ गया, जिसमें डूब कर दो लोगों की मौत हो गई। करीब 20 लोगों को बचा लिया गया है। झारखंड में लगातार हो रही भारी बारिश से कई जगह सड़कें धंस गई हैं। खूंटी जिले में एक पुल धंस गया, जिससे यातायात प्रभावित हुआ। इस बीच शुक्रवार को मानसून हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड और जम्मू कश्मीर पहुंचा। उत्तर प्रदेश के 35 जिलों में मानसून की बारिश हो रही है।
उधर गुजरात में भारी बारिश के चलते अहमदाबाद, वापी और राजकोट में सड़कों, घरों और दुकानों में पानी भर गया। सावरकुंडला, राजुला में कई नदियां उफान पर हैं। अमरेली में भारी बारिश से नदियों का पानी खेतों में भर गया, जिससे फसल पूरी तरह से बरबाद हो गई। महाराष्ट्र के नासिक में भारी बारिश से गोदावरी नदी का जलस्तर बढ़ गया है। इससे नदी किनारे के निचले इलाकों के घर दुकानों में पानी घुस गया। मध्य प्रदेश के श्योपुर में खिरखिरी नदी अचानक उफान पर आ गई, जिससे करीब 20 गांवों का संपर्क टूट गया।
छत्तीसगढ़ में भारी बारिश से सरगुजा के मैनी नदी में अचानक आई बाढ़ में मां और बेटे सहित चार लोग बह गए। मौसम विभाग ने शुक्रवार को पूर्वी उत्तर प्रदेश, छत्तीसगढ़, झारखंड और मध्य महाराष्ट्र के अलावा पूर्वोत्तर के नगालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा में बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। महाराष्ट्र के रायगढ़ में अंबा और कुंडलिका नदियां खतरे के निशान को पार कर गई हैं। वहीं, पातालगंगा नदी के लिए भी चेतावनी जारी की गई है। रत्नागिरी में जगबूदी नदी भी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है। एहतियात के तौर पर रायगढ़ जिले में सभी स्कूल और कॉलेज बंद कर दिए गए हैं।