पटना। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार एक बार फिर सरकार बनाने का दावा सोमवार को पेश कर सकते हैं। सोमवार को ही कैबिनेट की आखिरी बैठक होगी और नीतीश कुमार राज्यपाल से मिल कर इस्तीफा सौंपेंगे। विधानसभा चुनाव में मिले प्रचंड बहुमत के बाद अब सरकार बनाने की कवायद चल रही है। पटना से लेकर दिल्ली तक भाजपा और जनता दल यू के नेताओं के साथ साथ बाकी तीन सहयोगी पार्टियों के नेताओं की मेल मुलाकात का सिलसिला चल रहा है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार दो दिन से नए चुने गए विधायकों और अन्य नेताओं से मिल रहे हैं।
सोमवार को जनता दल यू के विधायक दल की बैठक होगी, जिसमें नीतीश कुमार को नेता चुना जाएगा। सोमवार को ही भाजपा विधायक दल की बैठक भी हो सकती है। इससे पहले रविवार को केंद्रीय गृह राज्य मंत्री और भाजपा नेता नित्यानंद राय, विजय सिन्हा, उपेंद्र कुशवाहा आदि नेता सीएम हाउस पहुंचे। कुशवाहा ने मुख्यमंत्री से करीब आधे घंटे बात की।
इस बीच गांधी मैदान में शपथ ग्रहण समारोह की तैयारी शुरू कर दी गई है। इस वजह से 17 से 20 नवंबर तक आम लोगों के प्रवेश बंद कर दिया गया है। माना जा रहा है कि 20 नवंबर को नीतीश कुमार 10वीं बार मुख्यमंत्री पद की शपथ ले सकते हैं। बताया जा रहा है कि मंत्रिमंडल में सभी पार्टियों की हिस्सेदारी को लेकर फॉर्मूला तय हो चुका है। जीतन राम मांझी की हम और उपेंद्र कुशवाहा की रालोमो से एक एक मंत्री बनेंगे और चिराग पासवान की लोजपाआर से तीन मंत्री बन सकते हैं।
सोमवार, 17 नवंबर को मौजूदा सरकार की आखिरी कैबिनेट बैठक होगी। इसमें विधानसभा को भंग करने की सिफारिश होगी। इसके बाद नीतीश कुमार राज्यपाल को अपना इस्तीफा सौंपेंगे। इससे पहले शनिवार की रात जदयू के राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष संजय कुमार झा और केंद्रीय मंत्री ललन सिंह दिल्ली पहुंचे। वहां केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा और कई बड़े नेताओं से बात की। इससे पहले दोनों जदयू नेताओं ने पटना में मुख्यमंत्री से बात की।
