पटना। विधानसभा चुनाव के लिए तीन दिन के बिहार दौरे पर पहुंचे केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने अपनी यात्रा के दूसरे दिन शनिवार को विपक्षी पार्टियों पर जम कर हमला किया और घुसपैठ का मुद्दा उठाया। उन्होंने सवालिया लहजे में कहा, ‘देश में घुसपैठिए कैसे वोट दे सकते हैं? बिहार की सत्ता का फैसला विदेशी नागरिक करेंगे क्या? ऐसे लोगों को चुन चुनकर देश से बाहर करेंगे’। बिहार में ध्रुवीकरण के सवाल पर शाह ने कहा, ‘मैंने सिर्फ घुसपैठिया कहा है। किसी को हिंदू, मुस्लिम नहीं कहा। विपक्ष मुस्लिम घुसपैठिए को यहां रहने देना चाहता है। इससे सांप्रदायिकता फैलाई जा रही है। हम ऐसा नहीं करते’।
विपक्ष पर हमला करते हुए अमित शाह ने कहा कि महागठबंधन में न सीटें तय हैं और न नेता है। उन्होंने कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर भी निशाना साधा और कहा कि बिहार की जनता राहुल को भूल चुकी है। शाह ने कहा, ‘चुनाव आयोग के एसआईआर के फैसले का भाजपा स्वागत करती है। पूरे देश में एसआईआर होना चाहिए। राहुल एसआईआर पर अब चुप क्यों हैं’? अमित शाह ने दावा किया कि इस चुनाव के बाद बिहार में एनडीए की सरकार बनेगी। उन्होंने कहा कि एनडीए में कोई मतभेद नहीं है।
एक निजी न्यूज चैनल के कार्यक्रम में शाह ने कहा कि आरजेडी ध्रुवीकरण कर रही है। भाजपा नहीं कर रही है। उन्होंने कहा कि बिहार में पहले जंगलराज था। शाह ने दावा किया कि अगले 10 साल में बिहार बाढ़ मुक्त हो जाएगा। उन्होंने कहा कि बिहार में बाढ़ के चलते तबाही मचती रही है, लेकिन नरेंद्र मोदी ने 2024 के बजट में कोसी के लिए हजारों करोड़ का बजट दिया है। इससे 50 हजार एकड़ से ज्यादा भूमि सिंचित की जाएगी और राज्य बाढ़ से पूरी तरह से मुक्त हो जाएगा। बिहार के लिए एनडीए के अगले 10 साल की योजना पर शाह ने कहा, ‘अब जो 10 साल आएंगे, उसमें हम बिहार को औद्योगिक राज्य बनाएंगे। हम बिहार को एआई का हब बनाएंगे’।
