पटना। कांग्रेस पार्टी ने बिहार विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव को आखिरकार विधानसभा चुनाव में मुख्यमंत्री पद का दावेदार घोषित कर दिया। पटना के मौर्या होटल में गुरुवार को हुई प्रेस कॉन्फ्रेंस में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अशोक गहलोत ने तेजस्वी को मुख्यमंत्री पद का दावेदार घोषित किया। प्रेस कॉन्फ्रेंस में गठबंधन की सभी सात पार्टियों के नेता मौजूद थे। कांग्रेस ने विकासशील इंसान पार्टी के नेता मुकेश सहनी को उप मुख्यमंत्री पद का दावेदार घोषित किया।
राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने महागठबंधन की साझा प्रेस कॉन्फ्रेंस में दोनों नेताओं के नाम का ऐलान किया। उन्होंने कहा, ‘अगर हमारी सरकार बनी तो उप मुख्यमंत्री मुकेश सहनी होंगे। उप मुख्यमंत्री और भी लोग बनाए जाएंगे, जो पिछड़े समुदाय से होंगे’। गहलोत ने महागठबंधन की ओर से सीएम का चेहरा घोषित करने के साथ ही एनडीए से सवाल पूछा। उन्होंने कहा, ‘हमारा नेता तो तेजस्वी यादव हैं। एनडीए बताए कि उनका सीएम फेस कौन होगा। सिर्फ नीतीश कुमार के नेतृत्व में चुनाव लड़ेंगे, कहने से नहीं चलेगा’।
नाम के ऐलान के बाद तेजस्वी यादव ने कहा, ‘मुझ पर फिर से भरोसा जताया है। सभी का दिल से धन्यवाद है। सबसे कहना चाहता हूं कि जो विश्वास जताया है, उस पर खरा उतरेंगे। 20 साल पुरानी निकम्मी सरकार को उखाड़कर फेंकेंगे’। उप मुख्यमंत्री पद के दावेदार मुकेश सहनी ने कहा कि वे साढ़े तीन साल से इस घोषणा का इंतजार कर रहे थे। उन्होंने कहा कि उनके आने से अत्यंत पिछड़ा समाज महागठबंधन से जुड़ गया है।
महागठबंधन की साझा प्रेस कॉन्फ्रेंस 50 मिनट चली। इसमें राजद, कांग्रेस, वीआईपी सहित सात दलों के 14 नेता शामिल हुए। इसमें सभी दलों के नेताओं को बोलने मौका दिया गया। सभी ने अपने भाषण में महागठबंधन में एकजुटता की बात कही। इस बीच नाम वापसी के आखिरी दिन कांग्रेस के उम्मीदवार ने प्राणपुर और वारसलीगंज से नामांकन वापस लिया है। वहीं, मधुबनी जिले के बाबूबरही से वीआईपी उम्मीदवार ने नाम वापस लिया है। इन तीनों जगहों पर राजद के उम्मीदवारों से मुकाबला था। बताया गया कि महागठबंधन 28 अक्टूबर को घोषणापत्र जारी करेगा। इसके बाद राहुल गांधी और तेजस्वी यादव बिहार में एक साथ रैली करेंगे।
