नई दिल्ली। बिहार विधानसभा के दूसरे चरण के साथ ही सात राज्यों की आठ विधानसभा सीटों पर उपचुनाव के लिए वोटिंग हुई। जिन सीटों पर वोटिंग हुई उनमें जम्मू कश्मीर की बडगाम और नागरोटा सीट शामिल है। इसके अलावा राजस्थान की अंता, झारखंड की अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षित घाटसिला, तेलंगाना की जुबली हिल्स, पंजाब की तरनतारन, मिजोरम की डम्पा और ओडिशा की नुआपाडा सीट शामिल है।
जम्मू कश्मीर की बडगाम सीट पर मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला के इस्तीफे की वजह से उपचुनाव हुआ है। उमर अब्दुल्ला दो सीटों से चुनाव जीते थे। इसके बाद उन्होंने 21 अक्टूबर, 2024 को गांदरबल सीट को अपने पास रखा और बडगाम सीट छोड़ दी थी। दूसरी नागरोटा सीट भाजपा विधायक देवेंद्र सिंह राणा के निधन के बाद 31 अक्टूबर, 2024 को खाली हो गई थी। बडगाम में 50 फीसदी तो नागरोटा में 74 फीसदी से ज्यादा मतदान हुआ। राजस्थान में बारां जिले की अंता विधानसभा सीट पर विधायक के अयोग्य होने की वजह से उपचुनाव हुआ। चुनाव आयोग के अनुसार वहां 80.1 फीसदी मतदान हुआ।
पंजाब की तरनतारन विधानसभा सीट में उपचुनाव में 60.95 फीसदी मतदान हुआ। यह सीट आप विधायक कश्मीर सिंह सोहल के निधन के बाद खाली हुई थी। झारखंड की घाटशिला सीट 73.88 फीसदी वोटिंग हुई। यह सीट विधायक और पूर्व शिक्षा मंत्री रामदास सोरेन के निधन से खाली हुई है। तेलंगाना की जुबली हिल्स सीट पर 47.16 फीसदी वोटिंग हुई। इस साल जून में बीआरएस विधायक मगंती गोपीनाथ के निधन के कारण यह उपचुनाव हुआ है। ओडिशा की नुआपाड़ा सीट पर 75.37 फीसदी वोटिंग हुई। यह सीट विधायक राजेंद्र ढोलकिया के निधन के बाद खाली हुई है। मिजोरम की डम्पा विधानसभा सीट पर 75.92 फीसदी वोटिंग हुई। 21 जुलाई को एमएनएफ विधायक लालरिन्टलुआंगा सैलो के निधन के बाद खाली हो गई थी।
