लेह। लद्दाख के लिए पूर्ण राज्य के दर्जे की मांग कर रहे सामाजिक कार्यकर्ता व शिक्षाविद् सोनम वांगचुक की गिरफ्तारी के बाद अब कहा जा रहा है कि उनके पाकिस्तान और बांग्लादेश से कनेक्शन हैं। यह भी कहा जा रहा है कि पाकिस्तान कनेक्शन में एक व्यक्ति की तलाश थी, जिसे पुलिस ने कुछ दिन पहले गिरफ्तार किया था। उस व्य़क्ति को सोनम वांगचुक से जुड़ा बताया जा रहा है। लेह पुलिस ने प्रदर्शनकारियों पर गोली चलाने के फैसले का बचाव किया है। हालांकि सामाजिक कार्यकर्ताओं का कहना है कि पुलिस ने चेतावनी नहीं दी, हवाई फायरिंग नहीं की और न पानी की बौछार की, बल्कि सीधे गोली चला दी।
बहरहाल, लद्दाख के पुलिस महानिदेशक एसडी सिंह जामवाल ने शनिवार को कहा, ‘हमने कुछ दिन पहले पाकिस्तान इंटेलीजेंस ऑपरेटिव के एक सदस्य को पकड़ा था। वह वांगचुक से जुड़ी जानकारी पाकिस्तान भेज रहा था’। उन्होंने यह भी कहा कि वांगचुक पाकिस्तान के न्यूजपेपर ‘डॉन’ के एक इवेंट में शामिल भी हुए थे। इसके अलावा वे बांग्लादेश भी जा चुके हैं। गौरतलब है कि रेमन मैगसेसे पुरस्कार से सम्मानित सोनम वांगचुक को शुक्रवार को पुलिस ने राष्ट्रीय सुरक्षा कानून के तहत गिरफ्तार कर लिया। उनको राजस्थान की जोधपुर जेल में रखा गया है।
लद्दाख के पुलिस महानिदेशक ने प्रदर्शनकारियों पर गोली चलाने को सही ठहराते हुए कहा, ‘हमने सेल्फ डिफेंस में फायरिंग की, नहीं तो पूरा लेह जल जाता’। गौरतलब है कि लेह में 24 सितंबर को हुई हिंसा में चार युवकों की मौत हुई थी और अनेक लोग घायल हुए थे। स बीच लेह में तीन दिन के कर्फ्यू के बाद शनिवार दोपहर चार घंटे के लिए ढील दी गई। गौरतलब है कि सोनम वांगचुक को शुक्रवार दोपहर ढाई बजे प्रेस कॉन्फ्रेंस से पहले ही पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया था। इसके बावजूद प्रेस कॉन्फ्रेंस हुई। आयोजकों ने कहा कि उनके प्रदर्शन या हिंसा में किसी विदेशी ताकत का हाथ नहीं है।