अफगानिस्तान के विदेश मंत्री आमिर खान मुत्ताकी के बाद काबुल से एक उच्चस्तरीय सरकारी प्रतिनिधिमंडल की आधिकारिक यात्रा शुरू हो गई। अफगानिस्तान के उद्योग एवं वाणिज्य मंत्री अलहाज नूरुद्दीन अजीजी बुधवार दोपहर भारत दौरे पर पहुंचे।
अफगानी प्रतिनिधिमंडल के इस दौरे का उद्देश्य ईरान में भारत द्वारा विकसित चाबहार बंदरगाह की क्षमताओं का बेहतर तरीके से इस्तेमाल करना है। इसके साथ ही अफगानिस्तान इस परियोजना में अधिक निवेश आकर्षित करना चाहता है।
प्रतिनिधिमंडल के भारत पहुंचने से पहले, अफगानिस्तान के उद्योग एवं वाणिज्य मंत्रालय ने कहा कि अजीजी की यात्रा के दौरान बंदरगाह के माध्यम से द्विपक्षीय व्यापार को बढ़ाना चर्चा का एक प्रमुख एजेंडा होगा।
अफगान मंत्रालय ने वाणिज्य मंत्री के इस दौरे को लेकर कहा यात्रा के दौरान, अफगान प्रतिनिधिमंडल प्रगति मैदान अंतर्राष्ट्रीय प्रदर्शनी का दौरा करते हुए, भारत सरकार के उच्च पदस्थ अधिकारियों से मुलाकात करेगा।
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उच्च पदस्थ अधिकारियों में विदेश और वाणिज्य मंत्री, व्यापारी, निवेशक और दोनों देशों के निजी क्षेत्र के प्रतिष्ठित सदस्य शामिल हैं। इन बैठकों का मुख्य उद्देश्य आर्थिक सहयोग का विस्तार करना, व्यापार संबंधों को सुगम बनाना, संयुक्त निवेश के अवसर पैदा करना और क्षेत्र के पारगमन मार्गों में अफगानिस्तान की भूमिका को मजबूत करना है।
चाबहार बंदरगाह के इस्तेमाल को लेकर बयान में कहा गया इस यात्रा को दोनों देशों के बीच आर्थिक और वाणिज्यिक संबंधों को मजबूत करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है और उम्मीद है कि इसके परिणाम संचार में सुधार, व्यापार को बढ़ावा देने और पारगमन मार्गों के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे।
काबुल चाहता है कि वह ईरान में भारत द्वारा विकसित चाबहार बंदरगाह के जरिए आसानी से वस्तुओं की आवाजाही की सुविधा तैयार कर सके। पाकिस्तान के साथ बढ़ते सीमा तनाव की वजह से दोनों देशों को व्यापार में भारी नुकसान का सामना करना पड़ रहा है।
इससे पहले अफगानिस्तान के विदेश मंत्री मुत्ताकी पहली आधिकारिक यात्रा पर भारत पहुंचे थे। इस दौरान दोनों देशों के बीच अफगानिस्तान के साथ व्यापार बढ़ाने और द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने पर चर्चा हुई।
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