अगले महीने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपनी सरकार में फेरबदल कर सकते हैं और इसके साथ ही भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष का चुनाव भी हो सकता है। बताया जा रहा है कि पार्टी के दोनों शीर्ष नेताओं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष का नाम तय कर लिया है और राष्ट्रीय स्वंयसेलक संघ की सहमति भी हो गई है। अब नाम की घोषणा सिर्फ औपचारिकता है। यह औपचारिकता बिहार विधानसभा चुनाव के तुरंत बाद की जा सकती है। इस बीच उत्तर प्रदेश में भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष का चुनाव होगा। ध्यान रहे बड़े राज्यों में गुजरात और उत्तर प्रदेश के अध्यक्ष का चुनाव लंबित था। अब गुजरात का चुनाव हो गया है। वहां पिछड़े समाज से आने वाले जगदीश विश्वकर्मा को प्रदेश अध्यक्ष बनाया गया है। अब उत्तर प्रदेश की बारी है, जहां इस बात पर मंथन हो रहा है कि अध्यक्ष पिछड़ा हो या ब्राह्मण समाज से बनाया जाए।
बहरहाल, कहा जा रहा है कि अगले कुछ दिन में उत्तर प्रदेश में अध्यक्ष की नियुक्ति हो सकती है। हालांकि उसमें एक राइडर है। यह भी कहा जा रहा है कि अगर पार्टी और सरकार दोनों में बदलाव का फैसला होता है तो अध्यक्ष की नियुक्ति टल सकती है। यह फैसला बिहार चुनाव के नतीजों से तय होगा। अगर भाजपा बिहार में अपना मुख्यमंत्री बनाने में कामयाब हो जाती है तो वह कोई भी फैसला करने में सक्षम हो जाएगी। बहरहाल, उत्तर प्रदेश में अध्यक्ष की नियुक्ति का फैसला टलता भी है तब भी अगले महीने राष्ट्रीय अध्यक्ष की नियुक्ति हो जाएगी। कहा जा रहा है कि पिछले कुछ महीनों में जितने नामों की चर्चा हुई है उनसे अलग किसी नेता की नियुक्ति होगी। इसके साथ ही संगठन में बड़ा बदलाव भी होगा। अभी जेपी नड्डा की जो टीम है उसमें से कई लोग संगठन से बाहर हो सकते हैं।
