विपक्षी पार्टियां जिस बात के आरोप लगा रही थीं, भाजपा के नेता उन आरोपों की पुष्टि कर रहे हैं। केरल में विपक्षी पार्टियों ने आरोप लगाया कि त्रिशूर से भाजपा के जीते हुए सांसद सुऱेश गोपी उस इलाके के रहने वाले नहीं हैं और वोट बनवाने के लिए उस इलाके में रहने की अनिवार्य शर्त पूरी करने की अवधि से पहले ही उनका वोट बन गया था। यह मामला अदालत तक पहुंचा है। विपक्ष ने यह भी आरोप लगाया कि त्रिशूर सीट भाजपा इसलिए जीती क्योंकि उसने बाहर से लोगों को लाकर इस क्षेत्र में बसाया और उनके वोट डलवाए। बिहार में अलग विवाद हुआ है। भाजपा के संगठन महामंत्री भीखूभाई दलसानिया बिहार में वोटर बने हैं और पिछले साल लोकसभा चुनाव में उन्होंने गुजरात में वोट डाला था। विपक्ष आरोप लगा रहा है कि जहां जहां चुनाव होंगे वहां वे मतदाता बनेंगे।
बहरहाल, केरल भाजपा के उपाध्यक्ष बी गोपालकृष्णन ने विपक्ष के इन आरोपों पर मुहर लगा दी है। उन्होंने कहा है कि पिछले लोकसभा चुनाव से पहले भाजपा ने बाहर के लोगों को त्रिशूर में शिफ्ट किया था और उनको मतदाता बनवाया था ताकि त्रिशूर का चुनाव जीता जा सके। वे इतने पर ही नहीं रूके। उन्होंने कहा कि जिन चुनाव क्षेत्र में भाजपा जीतना चाहती है या जीतने की स्थिति होती है वहां दूसरी जगह से लाकर लोगों को वोटर बनवाया जाएगा। बी गोपालकृष्णन ने कहा कि जरुरत पड़ी तो जम्मू कश्मीर से लाकर लोगों को मतदाता बनाया जाएगा। उन्होंने कहा कि भाजपा ने पहले भी यह किया है और इसमें कोई संदेह नहीं है कि आगे भी यह करेगी। ध्यान रहे कांग्रेस और दूसरी विपक्षी पार्टियां चुनाव आयोग के ऊपर इसी के आरोप तो लगा रही हैं।