बिहार विधानसभा चुनाव में राष्ट्रीय जनता दल के बुरी तरह से हारने के बाद सोशल मीडिया में एक मीम बहुत लोकप्रिय हुआ, जिसमें संजय नाम के लोगों का मजाक बनाया गया है। कहा जा रहा है कि संजय राउत ने उद्धव ठाकरे को, संजय सिंह ने अरविंद केजरीवाल को और संजय यादव ने तेजस्वी यादव को डूबा दिया। हालांकि संजय सिंह के बारे में यह बात बहुत सही नहीं है क्योंकि अरविंद केजरीवाल उनकी या किसी की भी राय से काम नहीं करते हैं। वे अपने को सर्वज्ञ मानते हैं और समझते हैं कि उनको किसी से सलाह लेने की जरुरत नहीं है। वे जो कुछ भी करते हैं खुद करते हैं। उनके अलावा उनकी पार्टी के नेता जो काम करते हैं उसकी वे चर्चा भी नहीं करते हैं।
मिसाल के तौर पर उनकी पार्टी के राज्यसभा सांसद संजय सिंह पिछले कुछ दिनों से उत्तर प्रदेश में यात्रा कर रहे थे। उन्होंने अयोध्या से पदयात्रा शुरू की थी और प्रयागराज तक गए थे। शनिवार, 22 नवंबर को उनकी यात्रा प्रयागराज में समाप्त हुई। लेकिन उनकी इस यात्रा को लेकर अरविंद केजरीवाल ने न तो सोशल मीडिया में एक शब्द लिखा और न कहीं एक भी शब्द बोला। ऐसा लग रहा है कि संजय सिंह ने अपने दम पर यात्रा शुरू की थी। वे अगले साल के विधानसभा चुनाव से पहले अपने गृह प्रदेश उत्तर प्रदेश में अपना कुछ आधार बनाना चाहते हैं ताकि आगे की राजनीति चल सके।
