आईपीएल के पिछले सीजन में महेंद्र सिंह धोनी (dhoni) ने सीएसके की कप्तानी ऋतुराज गायकवाड़ को सौंप दी थी, लेकिन इस सीजन की खराब शुरुआत और गायकवाड़ की कोहनी की चोट ने एक बार फिर धोनी को कमान संभालने पर मजबूर कर दिया।
इससे पहले 2022 में भी रवींद्र जडेजा को हटाकर धोनी ने कप्तानी की थी। अब 3 मई को सीएसके का मुकाबला आरसीबी से है और इस अहम मैच से पहले वेस्टइंडीज के पूर्व खिलाड़ी और कमेंटेटर डैरेन गंगा का बड़ा बयान सामने आया है।
उनका दावा है कि धोनी अभी भी कप्तान बने रहना चाहते हैं, लेकिन ऐसा दिखाया जा रहा है जैसे उन्हें अब इसमें कोई दिलचस्पी नहीं। क्या ये धोनी की रणनीति है या सिर्फ एक भ्रम? जानिए पूरी कहानी…..
गायकवाड़ के लिए मुसीबत बने धोनी?
चेन्नई सुपर किंग्स (CSK) की टीम इस आईपीएल सीज़न में नए कप्तान ऋतुराज गायकवाड़ के नेतृत्व में मैदान पर उतर रही है, लेकिन इस बदलाव को लेकर चर्चाएं थमने का नाम नहीं ले रहीं।
वेस्टइंडीज़ के पूर्व क्रिकेटर डैरेन गंगा ने ईएसपीएनक्रिकइंफो पर अपनी राय व्यक्त करते हुए कहा है कि एम.एस. धोनी की मौजूदगी और कप्तानी को लेकर टीम की निर्भरता, गायकवाड़ के लिए एक गंभीर चुनौती बन सकती है।
गंगा के मुताबिक, गायकवाड़ को एक ऐसे माहौल में कप्तानी करनी पड़ रही है, जहाँ हर कोई जानता है कि टीम के पीछे अब भी एक ‘छाया कप्तान’ मौजूद है – वो हैं महेंद्र सिंह धोनी।
उन्होंने कहा कि यह स्थिति गायकवाड़ के आत्मविश्वास को चोट पहुँचा सकती है और उनकी कप्तानी को कमजोर कर सकती है। गंगा ने यह भी कहा कि धोनी की बॉडी लैंग्वेज और मैदान पर उनकी सक्रियता यह संकेत देती है कि वे अब भी खेल की बागडोर अपने हाथ में रखना चाहते हैं, भले ही आधिकारिक रूप से वो कप्तान न हों।
डैरेन गंगा ने उठाए गंभीर सवाल
गंगा ने इस परिस्थिति की तुलना रवींद्र जडेजा के मामले से भी की, जब 2022 में जडेजा को कप्तान बनाया गया था, लेकिन कुछ ही मैचों में उनकी नेतृत्व क्षमता पर सवाल उठे और अंततः कप्तानी फिर से धोनी को सौंप दी गई।
गंगा ने कहा कि उस समय भी टीम का माहौल स्पष्ट नहीं था, और कप्तानी को लेकर असमंजस ने खिलाड़ियों के प्रदर्शन पर असर डाला था।
उन्होंने आगे कहा, “मैं खुद ऐसी स्थिति में रह चुका हूं, जहाँ मुझे यह अहसास हुआ कि मेरे पीछे कोई और है जो कप्तानी करना चाहता है। यह किसी भी कप्तान के लिए मानसिक रूप से बहुत चुनौतीपूर्ण होता है।
एक युवा और प्रतिभाशाली खिलाड़ी के लिए यह स्थिति सही नहीं है, खासकर जब वह अपने नेतृत्व में टीम को एक नई दिशा देना चाहता है।”
गायकवाड़ की कप्तानी के शुरुआती मुकाबले तो ठीक रहे हैं, लेकिन डैरेन गंगा की इस टिप्पणी ने एक नई बहस को जन्म दे दिया है। क्या धोनी की मौजूदगी टीम के लिए वरदान है या अब यह बोझ बनती जा रही है? यह सवाल आने वाले मैचों और टीम के प्रदर्शन के साथ और भी स्पष्ट होता जाएगा।
CSK की प्लानिंग पर सवाल
आईपीएल 2025 में चेन्नई सुपर किंग्स (CSK) के खराब प्रदर्शन ने सभी को हैरान कर दिया है। धोनी की कप्तानी में 5 बार चैंपियन रही यह टीम इस बार लीग स्टेज से बाहर हो चुकी है, और उसने अपने पहले 10 मुकाबलों में से 8 में हार का सामना किया है।
वर्तमान में सीएसके पॉइंट्स टेबल में आखिरी स्थान पर है। अब, अपने 11वें मैच में, उसका सामना रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर (RCB) से होगा।
इस स्थिति पर डैरेन गंगा ने अपनी राय दी है और सीएसके की प्लानिंग पर सवाल उठाए हैं। उनका कहना है कि कप्तानी की एक शेल्फ लाइफ होती है, और क्रिकेट में हर खिलाड़ी का एक समय आता है जब उसे खेल से बाहर होना पड़ता है।
उन्होंने यह भी कहा कि धोनी को लगातार कप्तान बनाए रखना शायद सही नहीं है, खासकर जब वह आईपीएल सीजन के बीच किसी भी तरह का क्रिकेट नहीं खेलते हैं।
गंगा ने यह सवाल उठाया कि क्या सीएसके अगले सीजन के लिए प्लानिंग कर रही है और क्या यह टीम के लिए बड़ा जोखिम नहीं है, जब आप ऐसे खिलाड़ी पर अपनी उम्मीदें लगा रहे हैं, जो कुछ महीनों तक क्रिकेट से दूर रहा हो।
CSK की बुरी हालत
हालांकि, उन्होंने यह भी माना कि धोनी की मौजूदगी को लेकर कोई सवाल नहीं है और टीम में उनकी जगह बनती है, लेकिन यह सवाल अभी भी गंभीर बना हुआ है कि क्या धोनी के अलावा और कोई नया नेतृत्व सामने आ सकता है, जो टीम को अगले सीजन में और आगे लेकर जाए।
सीएसके के खराब प्रदर्शन के बाद, गंगा का यह बयान यह दर्शाता है कि टीम को अपनी रणनीतियों पर फिर से विचार करने की आवश्यकता है। आईपीएल के अगले सीजन में सुधार की उम्मीद है, लेकिन यह पूरी तरह से इस बात पर निर्भर करेगा कि सीएसके अपनी कप्तानी और टीम के चयन में कितनी सजगता और बदलाव लाती है।
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