नई दिल्ली। जम्मू कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले का देश के मुस्लिम समाज ने जम कर विरोध किया है। राजधानी दिल्ली से लेकर श्रीनगर तक और पटना से लेकर लखनऊ व भोपाल तक शुक्रवार को मुस्लिम समुदाय के लोगों ने काली पट्टी बांध कर जुमे की नमाज पढ़ी। नमाज के बाद आतंकवादी हमले के खिलाफ प्रदर्शन भी हुआ।
पहलगाम हमले पर मुस्लिम समाज का विरोध
मुस्लिम समाज के लोगों ने पाकिस्तान और आतंकवादियों का पुतला जलाया और साथ ही हमले में मारे गए लोगों को श्रद्धांजलि भी दी। दिल्ली की ऐतिहासिक जामा मस्जिद की सीढ़ियों पर मटिया महल बाजार व्यापार संघ ने प्रदर्शन किया। हमले के विरोध में शुक्रवार को दिल्ली के सारे बाजार बंद रहे।
उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में टीले वाली मस्जिद के शाही इमाम मौलाना कारी सैयद फजलुल मन्नान रहमानी ने नमाज के बाद कहा, ‘प्रधानमंत्री मोदी जो भी फैसला करेंगे, हम सब उनके साथ हैं और उनके हर फैसले का समर्थन करेंगे’। उधर मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में प्रदर्शन के दौरान मुस्लिम समुदाय के लोगों ने कहा, ‘प्रधानमंत्री से हमारी अपील है कि पाकिस्तान बॉर्डर खोल दो और हिंदुस्तान के मुसलमान को बॉर्डर पर छोड़ दो। हम साबित कर देंगे कि देश के मुसलमान वफादार हैं। आतंकवाद किसी धर्म या देश का प्रतिनिधित्व नहीं करता, आतंकियों को सख्त सजा मिलनी चाहिए’।
पटना समेत बिहार के अलग अलग जिलों में मुसलमानों ने काली पट्टी बांध कर जुमे की नमाज अदा की। इस दौरान मुसलमानों ने पाकिस्तान के खिलाफ जमकर नारेबाजी की और केंद्र सरकार से आतंकियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की। पटना में नमाज के बाद शाहनवाज खान ने कहा, ‘पहलगाम हमले को लेकर सभी लोग दुखी हैं। सरकार जल्द से जल्द आतंकियों के खिलाफ कार्रवाई करें और 30 के बदले तीन हजार सर काट कर लाएं। हर जाति और मजहब के लोग आपके साथ हैं।
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