नई दिल्ली। अमेरिका ने राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के बयान पर सफाई दी है। व्हाइट हाउस ने कहा है कि अमेरिता ईरान में शासन परिवर्तन की मांग नहीं कर रहा है। व्हाइट हाउस की प्रेस सेक्रेटरी कैरोलिन लेविट ने सोमवार को कहा, ‘राष्ट्रपति का रुख और हमारी सैन्य स्थिति में कोई बदलाव नहीं आया है’। उन्होंने कहा, ‘राष्ट्रपति केवल एक सवाल उठा रहे हैं, जो मुझे लगता है कि दुनिया भर में कई लोग पूछ रहे हैं कि अगर ईरानी सरकार अपने परमाणु कार्यक्रम को छोड़ने या बातचीत में शामिल होने से इनकार करती है या अगर वे आगे बढ़ने के लिए कूटनीति में शामिल होने से इनकार करते हैं, तो ईरानी लोगों को इस क्रूर आतंकवादी शासन के खिलाफ क्यों नहीं उठ खड़ा होना चाहिए’?
गौरतलब है कि राष्ट्रपति ट्रंप ने रविवार को ईरान के परमाणु ठिकानों पर हमले के बाद ईरान में सत्ता परिवर्तन के संकेत दिए थे। उन्होंने अपने सोशल मीडिया साइट ट्रुथ सोशल पर लिखा था, ‘सत्ता परिवर्तन शब्द का इस्तेमाल करना राजनीतिक रूप से सही नहीं माना जाता, लेकिन अगर मौजूदा ईरानी सरकार ‘ईरान को फिर से महान’ नहीं बना सकता, तो सत्ता परिवर्तन क्यों नहीं होना चाहिए? मिगा (मेक ईरान ग्रेट अगेन)’। उनके इस बयान के बाद कयास लगाए जाने लगे थे कि अमेरिका ईरान में तख्तापलट करना चाहता है। उसके बाद ही ईरान के सुप्रीम कोर्ट अयातुल्ला अली खामेनेई के देश छोड़ कर भागने की चर्चा भी तेज हो गई है। साथ ही उनके उत्तराधिकारी चुनने की बात भी खबरों में आई है।