अमेरिका हो रहा है बरबाद!
अमेरिका जिन देशों (भारत सहित) की प्रतिष्ठा पर स्वयंभू लोकतंत्र, मानवाधिकार और नैतिकता की दुहाई देता रहा था, उनकी कीमत पर वह उस बदहाल और आतंकवाद के कारखाने पाकिस्तान को तरजीह दे रहा है, जिसने 9/11 के साजिशकर्ता ओसामा बिन लादेन को पनाह दी और उसकी आर्थिक मदद से जिहादी शक्तियों को पुष्ट किया। ऐसे विरोधाभासों के बीच क्या अमेरिका लंबे समय तक ‘सुपरपॉवर’ बना रह पाएगा? अमेरिका का क्या पतन शुरू हो गया है? यह कोई जुमला या महज कोरी बातें नहीं, बल्कि इतिहास का वह कालचक्र है, जिसमें एक निर्णायक मोड़ के बाद बड़े से बड़े साम्राज्यों का...