ड्रैगन (चीन) का सुनहरा समय!
अमेरिका बनाम रूस में क्या फर्क है? अमेरिका गरूड़-ईगल, हंस जैसे पक्षियों की आजाद उड़ान है वही रूस भालूओं की महाशक्ति है। चीन बनाम भारत में क्या फर्क है? तो चीन आग उगलते ड्रैगन का...
अमेरिका बनाम रूस में क्या फर्क है? अमेरिका गरूड़-ईगल, हंस जैसे पक्षियों की आजाद उड़ान है वही रूस भालूओं की महाशक्ति है। चीन बनाम भारत में क्या फर्क है? तो चीन आग उगलते ड्रैगन का...
विश्व की शक्ल बदल रही है। वजह पृथ्वी और मनुष्य दोनों के दुर्दिन हैं। पृथ्वी का मिजाज, उसकी इम्यून क्षमता, जहां मनुष्यजनित और प्रकृतिगत बीमारियों से बिगड़ती हुई है वहीं मानव सभ्यता बुद्धि की पांचवीं...
सो तेरह वर्ष! भारत के बदलने के वर्ष। और उस बदलने पर बेबाक लिखते जाने वाला ‘नया इंडिया’। समय का यह संयोग सचमुच एक वह अनचाहा फल है, जिस पर मुझे और ‘नया इंडिया’ टीम...
कोशिश हरसंभव हुई। नरेंद्र मोदी-योगी आदित्यनाथ, अमित शाह ने सब कुछ दांव पर लगाया। जय श्रीराम, बजरंग बली और महादेव याकि हिंदू देवी-देवताओं की आन-बान-शान भी दांव पर लगाई गई। बावजूद सबके कर्नाटक में भाजपा...
यह मानव सभ्यता का इक्कीसवीं सदी का सवाल है। इसलिए क्योंकि मानव चेतना, उसके अक्षरब्रह्म का मशीन हरण करते हुए है। सोशल मीडिया और कृत्रिम बुद्धि दोनों इंसान के दिमाग का स्थानापन्न याकि रिप्लेसमेंट है।...
शनिवार को कर्नाटक की एक जनसभा में नरेंद्र मोदी घायल दिखलाई दिए। उन्होंने मल्लिकार्जुन खड़गे द्वारा ‘जहरीला सांप’ कहे जाने पर जनसभा में अपनी गिनती बताते हुए कहा कि कांग्रेस ने उनको 91 बार गाली...
फरवरी 2019 में सत्यपाल मलिक ने नरेंद्र मोदी और अजित डोवाल की ही तरह राष्ट्रधर्म नहीं निभाया। कम-अधिक का अनुपात भले हो लेकिन तीनों भारतीय जवानों की बेमौत, मौत के लिए जिम्मेवार थे। सत्यपाल मलिक...
क्या हम हिंदुओं का जीवन इतिहास दुकान आश्रित नहीं है? आप देश के कोने-कोने में घूम जाएं, जिधर देखो-उधर दुकान! जीवन जीने का व्यवहार खरीद-फरोख्त, लालच, धंधे की वृत्ति-प्रवृत्ति लिए हुए मिलेगा? हां, भारत में...
सत्य लुटियन दिल्ली से उद्घादित है। वह भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और एक मीडिया प्रमुख अरूण पुरी की जुबानी। गौर करें लुटियन दिल्ली के श्रेष्ठिजन की सत्तावान राजा से यह करबद्धता कि- सर, दुकान नहीं...
यह बात क्या आज लोगों के दिल-दिमाग में नहीं है? यदि नरेंद्र मोदी का नाम बतौर सरकार घर-घर में है तो अदानी भी भारत के घर-घर पहुंच गए है। राहुल गांधी, अरविंद केजरीवाल और खुद...
सही बात। मोदीजी, क्यों नहीं मेरी दुकान चलवाते? आपने अरूण पुरी की दुकान चलाई। लुटियन दिल्ली की उन दुकानों (इंडियाटुडे, हिंदुस्तान टाइम्स, टाइम्स ग्रुप से लेकर कथित राष्ट्रीय चैनलों) पर कृपा बरसा रखी है, जिन्होंने...
तथ्य और सत्य है कि हिंदुओं की तरह रूसियों का भी भीषण गुलामी का इतिहास है। रूसियों के बंधुआ जीवन का इतिहास यों भारत से कुछ सदी कम है मगर उनका गुलाम जीवन का सर्फडोम...
मसला वैश्विक और पूरे मानव समाज का है मगर भारत के लिए इसलिए अधिक गंभीर है क्योंकि 1- वह सर्वाधिक आबादी वाला देश है। 2- लोग पहले से ही जुगाड़ में जीते हुए हैं। 3-जनता...
वैदिकजी कभी थके नहीं। कभी हारे नहीं। कभी विश्राम नहीं किया। उन्हें जीवन से कभी कोई गिला नहीं रहा। शायद ही किसी से वे चिढ़े या उनका कोई दुश्मन हो। … लोगों की उनसे रागात्मकता...
अहंकार अपनी वोट गणित से नरेंद्र मोदी को हरा देने का। पर तय माने हिंदूशाही विपक्ष को मिटा देने वाली है। सोचें, मनीष सिसोदिया और लालू के कुनबे पर! इन्हे जेल में डालना या छापे...