Saturday

14-06-2025 Vol 19

शब्द फिरै चहुँधार

भीड़ के लिए क्या जिंदगी, ‘मृत्यु’ और ‘मोक्ष’!

भीड़ के लिए क्या जिंदगी, ‘मृत्यु’ और ‘मोक्ष’!

कोई कितनी ही कोशिश करे, भारत की भीड़ को दुनिया से कनेक्ट करे, क्योटो और काशी में करार कराए, काशी को कितना ही आधुनिक बनाए, सब मिथ्या।
‘डिपार्चर लाउंज’ है मोक्ष!

‘डिपार्चर लाउंज’ है मोक्ष!

जिंदगी की आखिरी फील, उसका उपसंहार क्या? जवाब में सोचना होगा कि फील याकि बोध करने वाला कौन? व्यक्ति के सांस लेते हुए क्या उसके द्वारा जिंदगी पर उपसंहार...
हे राम! अमृत काल का (पुस्तक) मेला

हे राम! अमृत काल का (पुस्तक) मेला

तय मानें मेले में जितनी पुस्तकें नहीं खरीदी गई होंगी उससे असंख्य गुना मोदीजी के हाथों से पुस्तक लेते हुए लोगों ने अपनी फोटो खिंचवाई।