Monday

30-06-2025 Vol 19

NI Editorial

The Nayaindia editorial desk offers a platform for thought-provoking opinions, featuring news and articles rooted in the unique perspectives of its authors.

मध्य वर्ग और मकान

अपेक्षाकृत सस्ते फ्लैट्स को खरीदने की क्षमता रखने वाले मध्य वर्ग की पहुंच से मकान दूर होते जा रहे हैं।

कितना खुलेगा ‘इंडिया’?

क्या ट्रंप प्रशासन के साथ व्यापार समझौते पर दस्तखत से पहले भारत सरकार अपने देशवासियों को भरोसे में लेगी?

साख पर गहरी आंच

आरोप है कि कीमोथेरेपी की अनेक दवाओं की खराब गुणवत्ता के कारण 100 से ज्यादा देशों में मरीजों का इलाज बेअसर रहा

यही आज का कारोबार!

वित्त वर्ष 2024-25 आमदनी के लिहाज से कॉरपोरेट जगत के लिए अच्छा नहीं रहा। मगर उससे कंपनी मालिकों को कोई फर्क नहीं पड़ा।

भारी बारिश से तबाही

देश के कई हिस्सों में जनजीवन अस्त व्यस्त। धर्मशाला में 20 से 25 मजदूर एक स्थानीय नदी में बह गए।

संदेह-मुक्त रहे संशोधन

यह पहला मौका नहीं है, जब निर्वाचन आयोग मतदाता सूचियों का विशेष गहन संशोधन करने जा रहा है। इसलिए इस प्रक्रिया को लेकर सनसनी या भय फैलाने की आवश्यकता...

सपनों पर वज्रपात क्यों?

भारत में 15 से 29 वर्ष उम्र वर्ग के नौजवानों में आत्म-हत्या की बढ़ी प्रवृत्ति सचमुच चिंताजनक है।

शक्ति के नई समीकरण

ईरान ने इससे असहमति जताई, मगर संकेत हैं कि 13 जून से शुरू हुई लड़ाई जल्द ही थम सकती है।

संवाद स्वागत-योग्य है

शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) से जुड़े देशों के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकारों की बैठक में भाग लेने गए अजित डोवल की सोमवार को चीन के विदेश मंत्री वांग यी से...

जारी नीति के अनुरूप

सोशल मीडिया पर असंख्य फेक एकाउंट्स की मौजूदगी और उनके जरिए बिजली चमकने जैसी तेजी से फैलाई जाने वाली निराधार सूचनाएं आज लगभग हर क्षेत्र में बड़ी समस्या बन...

समस्या तो बरकरार है

भारत में कामकाजी उम्र वर्ग की महिलाओं की कुल श्रम शक्ति में बेहद कम मौजूदगी पर परदा डालने की लगातार कोशिश की गई है।

कठघरे में डीजीसीए भी

नागरिक विमानन महानिदेशालय (डीजीसीए) ने एयर इंडिया के तीन अधिकारियों को हटाने का निर्देश दिया है।

अनंत होता इंतजार!

अंतरिक्ष में जाने का भारतीय यात्री सुधांशु शुक्ला का लगातार लंबा होता इंतजार अमेरिकी अंतरिक्ष उद्योग में लगी बीमारी का एक और स्पष्ट उदाहरण है।

डॉलर व्यवस्था को चुनौती

जब दुनिया का ध्यान पश्चिम एशिया में भड़के युद्ध पर टिका है, चीन ने नई विश्व मौद्रिक व्यवस्था का अपना खाका पेश कर दिया है।

और बढ़ा कन्फ्यूज़न

जी-7 बैठक में आमंत्रित प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कनानास्किस पहुंचने से पहले ही अमेरिकी राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप अमेरिका लौट गए।

जी-7 में अनबन

ग्रुप-7 के कनानास्किस शिखर सम्मेलन में कोई संयुक्त विज्ञप्ति जारी नहीं हुई, जो जाहिर है, इसकी वजह सबसे धनी देशों के इस समूह में विभिन्न ज्वलंत मुद्दों पर आम...

युद्ध में कूदेगा अमेरिका?

ट्रंप समर्थक एक प्रमुख पत्रकार ने तो यहां तक चेतावनी दी है कि अमेरिका इस युद्ध में शामिल हुआ, तो अमेरिकी साम्राज्य एवं ट्रंप के राष्ट्रपतित्व का अंत हो...

एक उपलब्धि, एक चुनौती

भारत दुनिया में चावल का सबसे बड़ा उत्पादक देश बन गया है।

भारत बना चीनी अड्डा?

एक बिजनेस अखबार की रिपोर्ट के मुताबिक चीन की स्मार्टफोन और इलेक्ट्रॉनिक कंपनियां अपने भारत स्थित संयंत्रों के जरिए पश्चिम एशिया, अफ्रीका, और यहां तक कि अमेरिका को अपने...

सही चिंता से प्रेरित

लगभग 20 पूर्व नौकरशाहों और व्यापार विशेषज्ञों ने अमेरिका से द्विपक्षीय व्यापार समझौते (बीटीए) से संबंधित जो सलाह दी है, वह देश हित की वास्तविक चिंता से प्रेरित है।

सचिन की सराहनीय पहल

भारत- इंग्लैंड क्रिकेट टेस्ट सीरिज में दी जाने वाली ट्रॉफी से मंसूर अली खान पटौदी का नाम हटाने को लेकर भारत में बड़ी व्यग्रता पैदा हुई।

जांच के कई पहलू

अहमदाबाद में एयर इंडिया के विमान की हुई दुर्घटना की बहु-आयामी जांच का केंद्र का फैसला स्वागतयोग्य है।

अब औपचारिक अलगाव?

शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) में भारत की असहजता बढ़ रही है, यह पहले से साफ था।

यथार्थ को स्वीकार करें

जनरल कुरिला ने कहा- ‘अमेरिका के भारत और पाकिस्तान दोनों से संबंध हैं। भारत से संबंध रखने के लिए पाकिस्तान के साथ अपने रिश्तों की बलि नहीं चढ़ाई जा...

उपलब्धि है या नाकामी?

दो तिहाई आबादी की रोजमर्रा की जिंदगी सरकारी अनाज या कैश ट्रांसफर से चलती हो, तो क्या किसी सरकार को इसे अपनी उपलब्धि बताना चाहिए?

राह में आई रुकावटें

अमेरिकी टीम पिछले भारत आई, तो चर्चा थी कि इस यात्रा के दौरान द्विपक्षीय व्यापार समझौते (बीटीए) का पहला चरण संपन्न हो जाएगा।

आंकड़ों का फेर है

विश्व बैंक ने बीते हफ्ते गरीबी मापने के अपने पैमाने को “अपडेट” किया।

रेल पटरी पर मौतें

मुंबई में रेल पटरियों पर जान रोज जाती है। औसतन मौतें रोज होती हैं। 2024 में ऐसी कुल 2,468 मौतें हुईं।

लाइलाज हो गया नासूर?

मणिपुर फिर अशांत है। हर महीने- दो महीने पर हिंसा का नए सिरे भड़क उठना वहां सामान्य परिघटना बन  गई है।

सिस्टम ब्रेकडाउन की ओर?

अमेरिका में बढ़ रहे ध्रुवीकरण और गहराते सामाजिक अविश्वास की चर्चा कई वर्षों से है।

अब आगे क्या करेंगे?

राहुल गांधी का इल्जाम है कि महाराष्ट्र विधान सभा चुनाव का नतीजा धांधली से तय हुआ। लोकसभा में विपक्ष के नेता ने (विभिन्न भाषाओं के) कई अखबारों में लेख...

रणनीति पर फिर सोचें

हालिया घटनाओं का संकेत है कि भारत में पाकिस्तान को लेकर जो समझ है, उससे बाकी दुनिया इत्तेफ़ाक नहीं रखती।

भोथरा पड़ा ट्रंप कार्ड?

अमेरिकी राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप ने अचानक रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से फोन पर सवा घंटे तक बातचीत की।

ना से देर भली!

ठोस आंकड़ों से गुरेज और कृत्रिम आंकड़ों में अधिक रुचि लेने के लिए चर्चित नरेंद्र मोदी सरकार ने आखिरकार जनगणना कराने का फैसला किया है।

आईपीएल की भव्यता!

रॉयल चैंलेजर्स बैंगलोर की पहली जीत के साथ इंडियन प्रीमियर लीग का 18वां संस्करण अपनी पारंपरिक भव्यता के साथ पूरा हुआ।

कठिन मोड़ पर भारत

यह संकेत तो पहले से था कि डॉनल्ड ट्रंप के टैरिफ वॉर का मकसद सिर्फ आयात शुल्क में रियायतें पाना नहीं है।

बाढ़ से मची तबाही

देश के पूरे उत्तर-पूर्वी हिस्से में बाढ़ और भारी बारिश के कारण दसियों लाख लोग तबाही झेल रहे हैं। इस वजह से कई जगहों पर जमीन धंसने की घटनाएं...

अच्छी खबर की तलाश

मई में वस्तु और सेवा कर (जीएसटी) की उगाही तकरीबन 2.1 लाख करोड़ रुपये रही। उसके पहले अप्रैल में 2.36 लाख करोड़ रुपये की जीएसटी वसूली हुई थी।

अब फौलादी इरादा दिखाएं

अमेरिका ने स्टील और अल्यूमिनियम के आयात पर 25 फीसदी टैरिफ लगाने के खिलाफ भारत की डब्लूटीओ में की गई शिकायत को ठुकरा दिया है।

रूस ने जो कहा

भारत के प्रति रूस की नीति अधिक स्पष्ट हो रही है। इसका पहला संदेश है कि भारत हर हाल में रूस के समर्थन को सुनिश्चित मान कर अब नहीं...

ढूंढिए ‘क्यों’ का जवाब

जनरल अनिल चौहान ने एक अमेरिकी टीवी चैनल को इंटरव्यू देकर यह पुष्टि की कि ऑपरेशन सिंदूर के दौरान 6-7 मई की रात भारत का लड़ाकू विमान गिरा।

उन्हीं आंकड़ों से अंदर

सकल घरेलू उत्पाद के 2024-25 की अंतिम तिमाही- और उसके साथ ही स्पष्ट हुए पूरे वित्त वर्ष के आंकड़ों को लेकर मोटे तौर पर दो तरह की सुर्खियां बनीं।

गले में फंसी हड्डी

शशि थरूर ऑपरेशन सिंदूर के बहुत पहले से कांग्रेस के लिए असहज स्थितियां पैदा कर रहे थे।

अमेरिका में अफरा-तफरी

अमेरिका में कोर्ट ऑफ इंटरनेशनल ट्रेड ने राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप के ‘लिबरेशन डे’ यानी दो अप्रैल को घोषित ‘जैसे को तैसा’ टैरिफ को अवैध ठहरा दिया है।

मणिपुर में सुलगते हालात

मणिपुर में फिर हालात सुलग उठे हैं। मंगलवार को हालात नाजुक हो गए, जब मैतई समुदाय के प्रदर्शनकारियों ने बाहर से ताला लगा कर केंद्र सरकार के कर्मचारियों को...

पीएम की आत्म-आलोचना?

प्रधानमंत्री ने गुजरात की एक जनसभा में इस पर नाखुशी जताई कि भारत में “गणेश की मूर्तियां तक विदेश से आती हैं।”

दलील तो दमदार है

जब भारत- अमेरिका द्विपक्षीय व्यापार वार्ता के अगले दौर की तैयारी चल रही है, थिंक टैंक- ग्लोबल ट्रेड रिसर्च इनिशिएटिव (जीटीआरआई) ने महत्त्वपूर्ण आंकड़े पेश किए हैं।

संकुचित दायरे में बहस

आईएमएफ ने बीते अप्रैल में कहा कि इस वर्ष भारत जापान को पीछे छोड़ते हुए दुनिया की चौथी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन जाएगा।