सर्वजन पेंशन योजना
  • सचिन पायलट क्या बड़ी घोषणा करेंगे?

    राजस्थान कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष और पूर्व उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट क्या 11 जून को कोई बड़ी घोषणा करने वाले हैं? इस बात की चर्चा है कि 11 जून को अपने पिता राजेश पायलट की पुण्यतिथि के मौके पर सचिन पायलट नई पार्टी की घोषणा कर सकते हैं। ध्यान रहे उन्होंने 11 मई को 125 किलोमीटर की पदयात्रा की थी और जयपुर पहुंचे थे। उसके ठीक एक महीने बाद एक रैली करके नई पार्टी की घोषणा करने की संभावना जताई जा रही है। मीडिया में आई खबरों में यह भी कहा गया है कि वे इस घोषणा से पहले अलग...

  • ममता को मायावती बनाना मुश्किल!

    बिहार, कर्नाटक और महाराष्ट्र के अलावा लोकसभा चुनाव में भाजपा के लिए सबसे ज्यादा चिंता वाला प्रदेश पश्चिम बंगाल है। पिछली बार वहां उसे 18 सीटें मिल गई थीं। यह छप्पर फाड़ जीत थी। दो से सीधे 18 सीट पर पहुंची थी भाजपा। सो, इस बार इन सीटों को बचाने और इसमें बढ़ोतरी करने की बड़ी चुनौती भाजपा के सामने है। पर सवाल है कि यह काम ममता बनर्जी के परिवार को परेशान करके कैसे होगा? क्या भाजपा यह सोच रही है कि ममता बनर्जी को भी मायावती की तरह घर बैठाया जा सकता है? इसका दूसरा पहलू यह है...

  • सीबीआई इंक्वायरी से क्या होगा?

    बालासोर रेल हादसे की सीबीआई जांच से क्या होगा? रेल मंत्रालय की मांग पर केंद्र सरकार ने सीबीआई जांच की मंजूरी दे दी है और सीबीआई की टीम ने अपनी जांच शुरू कर दी है। उससे पहले अज्ञात लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई। उसी एफआईआर के आधार पर सीबीआई की जांच शुरू हुई है। लेकिन इससे पहले हुए रेल हादसों में सीबीआई की जांच का नतीजा कोई खास नहीं रहा है। पूर्व रेल मंत्री ममता बनर्जी ने याद दिलाया है कि उन्होंने एक दशक से ज्यादा समय पहले दो रेल हादसों की सीबीआई जांच शुरू करवाई थी लेकिन...

  • कांग्रेस सीट शेयरिंग पर बात नहीं चाहती!

    कांग्रेस पार्टी अभी लोकसभा चुनाव के लिए सीटों के बंटवारे या एडजस्टमेंट के बारे में बात नहीं करना चाहती है। दूसरी ओर उसकी कई सहयोगी पार्टियां और विपक्षी एकता के प्रयास में जुटी पार्टियों के नेता चाहते हैं कि अभी से ही सीटों का बंटवारा तय हो जाए ताकि सभी पार्टियां अपनी तैयारी में जुटें। ऐसी पार्टियां जो चाहती हैं कि पूरे देश में भाजपा के खिलाफ हर सीट पर विपक्ष का भी एक उम्मीदवार हो उनको लग रहा है कि सीटों का बंटवारा हो जाने से तस्वीर साफ हो जाएगी और उनको उम्मीदवार तय करने में आसानी होगी। सीट...

  • एनसीपी की हड़बड़ी पर कांग्रेस का ब्रेक

    महाराष्ट्र में कांग्रेस की सहयोगी पार्टियां चाहती हैं कि लोकसभा चुनाव के लिए गठबंधन बनाने की बात अभी तय हो जाए और सीटों का बंटवारा भी फाइनल हो जाए। शिव सेना का उद्धव ठाकरे गुट भी चाहते है कि महा विकास अघाड़ी की तीनों पार्टियों के बीच लोकसभा की सीटों का बंटवारा हो जाए। लेकिन कांग्रेस ने इस पर ब्रेक लगा दिया है। वहां तालमेल की बात रोकने का कांग्रेस के पास दूसरा कारण है। पहला कारण तो यह है कि नेतृतव में बदलाव होना है। प्रदेश अध्यक्ष नाना पटोले की जगह नया अध्यक्ष नियुक्त होना है। दूसरा कारण यह...

  • मध्य प्रदेश में कर्नाटक फॉर्मूला नहीं

    भारतीय जनता पार्टी मध्य प्रदेश में कर्नाटक, गुजरात या उत्तराखंड का फॉर्मूला नहीं लागू करने जा रही है। बताया जा रहा है कि पार्टी न तो मुख्यमंत्री बदलने जा रही है और न मंत्रियों और विधायकों की टिकट काटने जा रही है। हालांकि कुछ विधायकों की टिकट कटेगी लेकिन ज्यादातर की टिकट काट कर एंटी इन्कम्बैंसी दूर करने का फॉर्मूला नहीं लागू होगा। उलटे कर्नाटक से सबक लेकर भाजपा नाराज नेताओं को मनाने में लगी है और जिन लोगों को पार्टी से निलंबित किया गया है उन सबकी वापसी कराई जा रही है। इतना ही नहीं पार्टी के बड़े नेताओं...

  • पार्टियों के झगड़े से टली नीतिश की बुलाई बैठक!

    बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के लिए कांग्रेस पार्टी ज्यादा अहम है। इसलिए वे बार बार विपक्षी पार्टियों की बैठक के मामले में कांग्रेस को तरजीह दे रहे हैं। बिहार में 12 जून को होने वाली विपक्षी पार्टियों की बैठक उन्होंने कांग्रेस की वजह से टाली है। बाकी सभी पार्टियां इस बैठक में हिस्सा लेने के लिए राजी हो गई थीं। सभी नेताओं को यह तारीख सूट कर रही थी। सीपीएम के महासचिव सीताराम येचुरी को जरूर 13 जून को केरल में एक कार्यक्रम में जाना था, जिसकी वजह से 12 जून को पटना में रहने में उनको थोड़ी असुविधा...

  • नीतीश को कांग्रेस की जरूरत

    बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने विपक्षी पार्टियों को एक करने का जो अभियान शुरू किया है वह कांग्रेस के समर्थन से किया है। उन्होंने अपना अभियान कांग्रेस के दरवाजे से शुरू किया है। वे अप्रैल में सबसे पहले कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और राहुल गांधी से मिले थे। उस समय उन्होंने जातीय जनगणना और सामाजिक न्याय के एजेंडे को आगे करके जाति जनगणना और विपक्षी पार्टियों की एकजुटता के बारे में बात की थी। उन्होंने कांग्रेस के सामने यह बड़ा वादा किया था कि वे बीजू जनता दल और वाईएसआर कांग्रेस दोनों से बात करेंगे। लेकिन सबको पता है...

  • ट्रेन हादसे के बाद अपशकुन की चर्चा!

    बालासोर ट्रेन हादसे के बाद इसका विश्लेषण करने और वस्तुनिष्ठ तरीके से इसे देखने का जो विमर्श है उसके अलावा दो और बातें सोशल मीडिया में खूब चल रही हैं। पहली बात साजिश थ्योरी की है, जिसे संभवतः सरकार ने बचाव के तौर पर स्वीकार कर लिया है। तभी रेलवे की ओर से सीबीआई जांच की मांग की गई है दूसरी बात अपशकुन की है। सोशल मीडिया में इस बात की खूब चर्चा हो रही है कि नए संसद भवन का उद्घाटन और सेंगोल की स्थापना का शुभ असर नहीं हुआ है। लोग कई घटनाएं खोज कर ले आए हैं...

  • कर्नाटक पर भाजपा में मंथन

    भाजपा के लिए सबसे अधिक चिंता वाले तीन या चार राज्यों में एक राज्य कर्नाटक है। वहां पार्टी जिस तरह से हारी है और कांग्रेस को जितनी बड़ी जीत मिली है उससे भाजपा का शीर्ष नेतृत्व चिंता में है। बताया जा रहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी खुद कर्नाटक के मामलों में दिलचस्पी ले रहे हैं। ध्यान रहे विधानसभा चुनाव में उन्होंने प्रचार जम कर किया था लेकिन उससे पहले टिकट बंटवारे आदि में उन्होंने ज्यादा रूचि नहीं ली थी। जब टिकट बंटवारे की गड़बड़ियों की चर्चा हुई और पुराने नेताओं ने पार्टी छोड़नी शुरू की तब उन्होंने केएस ईश्वरप्पा...

  • शास्त्री की सब मिसाल दे रहे हैं, नीतीश की नहीं

    ओडिशा के बालासोर में ट्रेन हादसे के बाद विपक्षी पार्टियों के नेता रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव का इस्तीफा मांग रहे हैं। कांग्रेस के बड़े नेता दिग्विजय सिंह ने कहा कि वैष्णव को लाल बहादुर शास्त्री की तरह नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए इस्तीफा दे देना चाहिए। हालांकि रेल मंत्री पहले ही कह चुके हैं कि वे कहीं नहीं जा रहे हैं यानी इस्तीफा नहीं देने वाले हैं। वैसे भी नरेंद्र मोदी सरकार में किसी भी घटना की जिम्मेदारी लेने या उसके आधार पर इस्तीफा देने का चलन नहीं है। फिर भी विपक्षी पार्टियां मांग कर रही हैं। अश्विनी वैष्णव का इस्तीफा...

  • क्या विपक्षी एकता सचमुच बन गई?

    कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने अमेरिका में कहा कि विपक्षी एकता बन गई है बस थोड़ा सा ‘गिव एंड टेक’ होना है। उनके इस बयान का मतलब है कि जिन विपक्षी पार्टियों को एक साथ मिल कर चुनाव लड़ना है उनके बीच बातचीत हो गई है और कुछ ही सीटों पर तालमेल का मामला अटका है। कांग्रेस के ज्यादातर नेताओं को इसका अंदाजा नहीं है। तभी सवाल है कि क्या सचमुच अंदरखाने कोई बात हुई है और पार्टियों के बीच सीटों का बंटवारा हुआ है? ध्यान रहे कुछ महीने पहले फरवरी के अंत में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने नगालैंड...

  • पंकजा से बात करेंगे भाजपा नेता

    महाराष्ट्र के दिग्गज नेता रहे स्वर्गीय गोपनाथ मुंडे की बेटी पंकजा मुंडे ने भाजपा नेतृत्व को मुश्किल में डाला है। उन्होंने पार्टी को लेकर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि वे भाजपा की हैं लेकिन भाजपा उनको अपनी नहीं मानती है यानी भाजपा उनकी नहीं है। इस बयान से महाराष्ट्र की राजनीति में बड़ी हलचल है। बयान के तुरंत बाद एनसीपी के नेता एकनाथ खड़से उनसे मिलने उनके घर पहुंचे। परली में खड़से और मुंडे की मुलाकात हुई। हालांकि मुंडे के सबसे बड़े विरोधी और अपने चचेरे भाई धनंजय मुंडे एनसीपी में हैं इसलिए उनका भी एनसीपी में जाना...

  • राजस्थान, हरियाणा में केजरीवाल का अभियान

    अरविंद केजरीवाल एक तरफ केंद्र सरकार के अध्यादेश पर राजनीति कर रहे हैं और विपक्षी पार्टियों को एक करने में लगे हैं तो दूसरी ओर कांग्रेस को कमजोर करने की राजनीति पर भी काम कर रहे हैं। उन्होंने अध्यादेश के मामले में भी कह दिया है कि कांग्रेस या तो उनके साथ है या मोदी के साथ। इससे कांग्रेस नेता नाराज हैं। अब केजरीवाल जमीनी राजनीति में भी केजरीवाल के खिलाफ अभियान शुरू करने वाले हैं। उनका पहला निशाना राजस्थान है, जहां कांग्रेस सरकार में है और दूसरा राज्य हरियाणा है, जहां कांग्रेस मजबूत विपक्ष है और अगले चुनाव में...

  • चंद्रबाबू की एनडीए में वापसी होगी!

    भाजपा के नेतृत्व वाले एनडीए के कभी संयोजक रहे चंद्रबाबू नायडू एनडीए में वापसी के लिए हाथ पैर मार रहे हैं। कांग्रेस के नेतृत्व वाले गठबंधन के साथ जाने का इरादा उन्होंने छोड़ दी या कह सकते हैं कि भाजपा विरोधी गठबंधन से उनका मोहभंग हो गया है। उन्होंने शनिवार को दिल्ली में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की। बताया जा रहा है कि इस बैठक में भाजपा के अध्यक्ष जेपी नड्डा भी मौजूद थे। यह भी कहा जा रहा है कि भाजपा के शीर्ष नेताओं से नायडू की यह पहली मुलाकात नहीं थी, बल्कि पिछले कई महीनों...

  • उत्तरप्रदेश में भाजपा की तैयारी तेज हुई

    उत्तर प्रदेश में भाजपा ने लोकसभा चुनाव की तैयारी तेज कर दी है। लोकसभा चुनाव में अब एक साल से कम समय है और भाजपा का लक्ष्य अपनी 62 सीटों में बढ़ोतरी करने की है। पिछले चुनाव में समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी मिल कर लड़े थे, जिससे भाजपा की सीटें 71 से घट कर 62 रह गई थी। उसकी सहयोगी अपना दल ने दो सीटें जीती थीं। सपा को पांच और बसपा को 10 सीट मिली थी और एक सीट कांग्रेस ने जीती थी। इस बार भाजपा का लक्ष्य 2014 की तरह नतीजे हासिल करने का है। उस...

  • नीतीश को बड़ी मेहनत करनी होगी

    बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सभी विपक्षी पार्टियों की बैठक कराने का जिम्मा ले तो लिया लेकिन यह काम उनके लिए आसान नहीं होगा। पटना में 12 जून को विपक्षी पार्टियों की बैठक होने वाली है लेकिन अभी तक की स्थिति को देख कर लग रहा है कि कई बड़े विपक्षी नेता इस बैठक में शामिल नहीं होंगे। नीतीश के प्रयास का समर्थन करने के बावजूद संभव है कि बड़े विपक्षी नेता खुद जाने की बजाय अपनी पार्टी के किसी प्रतिनिधि को भेजें। अगर ऐसा होता है तो नीतीश के सब किए धरे पर पानी फिरेगा और विपक्षी एकता...

  • बिहार के महागठबंधन में सब ठीक नहीं

    बिहार में नीतीश कुमार के नेतृत्व वाली महागठबंधन सरकार ठीक से चल रही है लेकिन ऐसा लग रहा है कि राजनीतिक स्तर पर सात पार्टियों के इस गठबंधन में सब कुछ ठीक नहीं है। कर्नाटक में चुनाव जीतने के बाद कांग्रेस ने अपनी ताकत दिखानी शुरू की है। कांग्रेस नेता मंत्रिमंडल विस्तार की मांग कर रहे हैं। दूसरी ओर कांग्रेस ने अपनी राजनीतिक गतिविधियां भी तेज कर दी है। दूसरी ओर हिंदुस्तान आवाम मोर्चा के जीतन राम मांझी और विकासशील इंसान पार्टी के मुकेश सहनी दो नावों पर पांव रखे हुए हैं। इस बीच गठबंधन की सबसे बड़ी पार्टी राजद...

  • कर्नाटक का असर महाराष्ट्र में!

    कर्नाटक में कांग्रेस पार्टी की जीत का एक बड़ा कारण सिद्धरमैया का चेहरा रहा। वे पिछड़ी जाति के मजबूत नेता हैं और उनकी वजह से ओबीसी वोट कांग्रेस के साथ जुड़ा रहा। तभी महाराष्ट्र में भी अब फोकस मराठा वोट से ज्यादा ओबीसी वोट पर बन रहा है और इसी बीच भाजपा को मुंडे बहनों ने झटका दिया है। ध्यान रहे कर्नाटक में भाजपा लिंगायत वोट पर बहुत आश्रित रही थी। वह वोट उसको मिला भी लेकिन वह उससे जीत नहीं सकती है। वैसे भी महाराष्ट्र में सबसे ताकतवर मराठा समुदाय भाजपा के साथ नहीं है। इसलिए उसकी नजर ओबीसी...

  • केजरीवाल से कांग्रेस की नाराजगी बढ़ी

    अरविंद केजरीवाल ने कांग्रेस को और नाराज कर दिया है। उन्होंने झारखंड में कांग्रेस के समर्थन से सरकार चला रहे मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के सामने रांची में कहा कि कांग्रेस या तो उनके साथ है या भाजपा के साथ। उन्होंने केंद्र सरकार के अध्यादेश को लेकर यह बात कही। केंद्र ने दिलली सरकार के अधिकारियों की नियुक्ति और तबादले पर आए सुप्रीम कोर्ट के आदेश को पलटने के लिए अध्यादेश जारी किया है। इसके तहत एक प्राधिकरण बनाया गया है, जो अधिकारियों की पोस्टिंग और ट्रांसफर का फैसला करेगा। केजरीवाल इस अध्यादेश के विरोध में विपक्षी पार्टियों का समर्थन जुटा...

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