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29-04-2025 Vol 19

हरिशंकर व्यास

मौलिक चिंतक-बेबाक लेखक और पत्रकार। नया इंडिया समाचारपत्र के संस्थापक-संपादक। सन् 1976 से लगातार सक्रिय और बहुप्रयोगी संपादक। ‘जनसत्ता’ में संपादन-लेखन के वक्त 1983 में शुरू किया राजनैतिक खुलासे का ‘गपशप’ कॉलम ‘जनसत्ता’, ‘पंजाब केसरी’, ‘द पॉयनियर’ आदि से ‘नया इंडिया’ तक का सफर करते हुए अब चालीस वर्षों से अधिक का है। नई सदी के पहले दशक में ईटीवी चैनल पर ‘सेंट्रल हॉल’ प्रोग्राम की प्रस्तुति। सप्ताह में पांच दिन नियमित प्रसारित। प्रोग्राम कोई नौ वर्ष चला! आजाद भारत के 14 में से 11 प्रधानमंत्रियों की सरकारों की बारीकी-बेबाकी से पडताल व विश्लेषण में वह सिद्धहस्तता जो देश की अन्य भाषाओं के पत्रकारों सुधी अंग्रेजीदा संपादकों-विचारकों में भी लोकप्रिय और पठनीय। जैसे कि लेखक-संपादक अरूण शौरी की अंग्रेजी में हरिशंकर व्यास के लेखन पर जाहिर यह भावाव्यक्ति -

कश्मीर बदला है पर फिर दिल्ली से बिगड़ा है!

साक्षात आज सामने है! क्या किसी ने सपने में कभी सोचा कि पुराने श्रीनगर, डाउनटाऊन श्रीनगर में आतंकी घटना के विरोध में लोग दुकानें बंद रखेंगे! पर वैसा हुआ।

मोदी क्या नेतन्याहू जैसा बदला लेंगे?

प्रधानमंत्री मोदी अंग्रेजी में बोले! वह भी बिहार की जनसभा में! कहा, 'हम उन्हें धरती के अंतिम छोर तक खदेड़ेंगे।

मुनीर का हिंदू बनाम मुस्लिम

पाकिस्तान किसी भी तरह की अब वह ताकत, वह जुनून नहीं है जो मुशर्रफ तक था

जाति नहीं अब धर्म का मामला

जम्मू कश्मीर के पहलगाम में पाकिस्तान के आतंकवादियों ने धर्म पूछ कर हिंदुओं का जैसा नरसंहार किया उससे भारत की राजनीति बड़े पैमाने पर प्रभावित हो सकती है।

वक्फ कानून का मामला पीछे गया

जम्मू कश्मीर के पहलगाम की घटना और उससे पहले पाकिस्तानी सेना के प्रमुख जनरल असीम मुनीर की भड़काऊ भाषण ऐसे समय में हुआ है, जब भारत में कई किस्म...

घाटी में पहली बार पाकिस्तान से नफरत

जम्मू कश्मीर में आतंकवाद पिछले करीब चार दशक से चल रहा है। पिछली सदी में आठवें दशक के मध्य में इसकी शुरुआत हुई थी।

‘व्यापार महायुद्ध’ में अपनी दुकान!

भारत एक बाजार है! वजह भारत की 140 करोड़ आबादी है। तभी लोगों के लिए रोजगार, कमाई का सुलभ, आसान तरीका दुकान खोलना है।

सियासी पारा 60 डिग्री पार!

न चुनाव है, न मोदी सरकार को कोई संकट है फिर भी राजनीति में उबाल लाने में वापिस बेइंतहां ईंधन फूंका जा रहा है!

गुजरात बचाने के लिए ईडी?

आखिरकार राहुल गांधी, सोनिया गांधी, सैम पित्रोदा और सुमन दुबे के खिलाफ नेशनल हेराल्ड मामले में ईड़ी ने अदालत में चार्जशीट दायर कर दी?

सोनिया, राहुल के साथ क्या करेगी ईडी?

नेशनल हेराल्ड और एसोसिएटेड जर्नल्स का केस 2012 से चल रहा है।

वाड्रा से भी सिर्फ पूछताछ हुई है

जिस तरह से नेशनल हेराल्ड मामले में सोनिया और राहुल गांधी से सिर्फ पूछताछ हुई उसी तरह सोनिया गांधी के दामाद रॉबर्ट वाड्रा से भी कथित जमीन घोटाले में...

क्यों प्रादेशिक क्षत्रपों से टकराव?

अगले साल पांच राज्यों में विधानसभा के चुनाव हैं। उससे पहले कम से कम तीन राज्यों के प्रादेशिक क्षत्रपों के साथ टकराव बना कर सरकार राजनीति को उबाल रही...

विचारना हमारा है ही नहीं!

भारत गजब की मायावी विश्वगुरूता में है! गुजरे सप्ताह पूरी दुनिया में डोनाल्‍ड ट्रंप से उथलपुथल हुई।

मोदी, संघ में क्या विचार?

इसलिए क्योंकि हम हिंदुओं में महिमा ‘गद्दी’ की है विचार की नहीं!  ‘गद्दी’ याकि ‘आसन’ जो होता है उस पर कोई भी बैठे वही फिर सर्वज्ञ है, देवज्ञ है।

मदुरै में लेफ्ट की दुविधा

लेफ्ट पार्टियों के लिए अगला एक साल करो या मरो का साल है। उसे अगले साल मई में केरल की अपनी सत्ता बचानी है।

माओवादियों व सीपीआई के बुरे दिन

उग्र वामपंथी यानी माओवादी संगठनों के बहुत बुरे दिन है। केंद्र सरकार ने ऐलान किया है कि अगले साल मार्च तक पूरे देश से नक्सलवाद का सफाया हो जाएगा।

अहमदाबाद में कांग्रेस की पुरानी रट

कांग्रेस बिना ठोस विचारों के है। संक्रमण के दौर से गुजर रही है। राहुल गांधी नए प्रयोग कर रहे हैं।

अमेरिका की ‘मुक्ति’ चीन की ‘बरबादी’!

एक झटके में डोनाल्ड ट्रंप ने दुनिया बदली। उन्होंने दो अप्रैल 2025 के दिन अमेरिका को ‘मुक्त’ किया।

चीन से अमेरिका की मुक्ति तो भारत की कब?

सोचें, डोनाल्ड ट्रंप, उनके मंत्रियों, नौकरशाहों, व्यापारी सभी को विश्वास है कि हम वापिस स्वदेशी उत्पादन की फैक्टरियां बना सकते हैं।

टैरिफ युद्धः भारत के लिए मौका

अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने दुनिया के 60 देशों पर जैसे को तैसा शुल्क लगाने का ऐलान किया तो भारत को छोड़ कर दुनिया भर के देशों की...

मौका पर खत्म एमएसएमई धंधे

भारत का कपड़ा क्षेत्र भी लाभ उठाने की स्थिति है। पड़ोसी देशों के मुकाबले कम शुल्क की वजह से देश के परिधान और वस्त्र क्षेत्र को बढ़ावा देने में...

चीन से निर्यात घटाने क्या हिम्मत?

अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप व्यापार नीति से भारत को लंबा फायदा अपने सूक्ष्म, लघु और मझोले उद्योगों को पुनर्जीवित करने से मुमकिन है।

न दान, न दया है और न मनुष्यता!

7.7 तीव्रता के झटकों की मौतों, घायलों और बरबादी का म्यांमार में हिसाब रखने वाला है कौन? यह वह देश है, जहां दशकों से भेड़ियों का सैनिक शासन है।

मुसलमान कबूल करेगा या खारिज?

Saugat-e-Modi : समय की लीला बेजोड़ है! नरेंद्र मोदी ईद पर मुसलमान को ‘सौगात-ए-मोदी’ दे रहे हैं और फिर उन्हें सौगात-ए-वक्फ बोर्ड मिलेगा!

विपक्ष क्या करे?

BJP vs Congress: लाख टके का सवाल है कि वक्फ बोर्ड मामले में मुस्लिम मौलानाओं के साथ खड़े तेजस्वी यादव से कितने यादव वोट छिटक भाजपा को जाएंगे?

वोट नहीं फिर सौगात क्यों?

Eid : भक्त भड़के हुए हैं। ईद के मौके पर सौगात ए मोदी ने उनको भड़काया है।

पुरानी दुविधाः धर्म या जाति!

भारतीय जनता पार्टी के सामने यह बड़ी दुविधा है कि वह धर्म और सांप्रदायिक ध्रुवीकरण की राजनीति पर आगे बढ़े या जाति के दांव से चुनाव जीतने का अभियान...

वोट नहीं मिलेंगे तो बांटने की रणनीति

मुस्लिम वोट को लेकर भाजपा की एक रणनीति यह भी है कि जहां संभव हो वहां वोट बांटने का प्रयास होना चाहिए।

हम हिंदुओं की भूख!

संभवतया पूरी दुनिया में हर नस्ल, हर धर्म के मुकाबले में यह भूख सर्वाधिक अंधी है

पूरा प्रदेश नफरत का मैदान!

manipur violence : 2023 की मई के पहले हफ्ते में कुकी और मैती समूहों के बीच जातीय हिंसा शुरू हुई थी, जिसमें तीन सौ के करीब लोग मरे हैं...

नफरत है राष्ट्र धर्म!

आश्चर्य नहीं है जो हिंदू राजनीति में औरंगजेब का कंकाल उपयोगी है और काला रंग संसद को स्थगित करवा देता है!

पूर्वोत्तर में चौतरफा अविश्वास है

मणिपुर के जातीय दंगों और अलग अलग समुदायों के लोगों का एक दूसरे को पहचान कर उन पर हमला करने की खबरे आए दिन आती रहती है।

सब तो एक-दूसरे से छिटके हुए!

इन दिनों बेंगलुरू में आरएसएस की प्रतिनिधि सभा की बैठक हो रही है।

सब तहस नहस का अभियान

लंबे समय तक भारत की विकास गाथा महाराष्ट्र की विकास गाथा रही है। लेकिन आज जिस तरह से भारत गाथा यानी इंडिया स्टोरी दिशाहीन दिख रही है वैसे ही...

क्रोनी खरबपतियों का गुर्दा!

modi musk : भारत में ही इस तरह सोचना होता है तो सोचें, पैसा व्यक्ति को निडर बनाता है या कायर? पैसा ईमानदारी बनवाता है या बेईमानी?

चीन आखिर तक लड़ने को तैयार!

छह मार्च 2025 की तारीख चीन और विश्व राजनीति में निश्चित ही याद रहेगी। कोई न माने इस बात को लेकिन चीन ने इस दिन अपने को विश्व की...

मोदीजी, भूटान से ही सीख लीजिए!

modi learn from bhutan : दुनिया बाधक है! डोनाल्‍ड ट्रंप हों या चीन या फ्रांस, ब्रिटेन, यूरोप सभी भारत को सिर्फ भीड़ और बाजार समझते हैं। तो भारत क्या...

मोदीजी, सीखें वियतनाम से शिक्षा!

vietnam education : शिक्षा के नाम पर भारत में बीस सालों में तैयार पचास करोड़ नौजवानों की भीड़, बेगार वाली है वही बजट में खर्चा ढाई-तीन प्रतिशत!

चीन, यूरोप, कनाडा से सीखें कूटनीति

अमेरिका में डोनाल्ड ट्रंप के दूसरी बार राष्ट्रपति चुने जाने के बाद पूरी दुनिया की भू राजनीतिक स्थितियां बदल रही हैं।

मोदीजी, तुर्की से पर्यटन कमाई सीखें!

यह बात बेतुकी लगेगी कि भला भारत और तुर्की में क्या तुलना हो सकता है।

स्वास्थ्य सेवाओं में चीन से ही सीखें!

यों इस मामले में भारत किसी भी देश से सीख सकता है। अमेरिका, यूरोप या ब्रिटेन की बात छोड़ें तो भारत ताइवान या चीन से सीख सकता है।

हिंदुओं ने सभी को हरा दिया!

जाहिर है प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आस्थावान हिंदुओं को परमहंस अवस्था में पहुंचा दिया है। इस अमृतकाल से भारत अमृतमय हो गया है और बाकी सभी...

जो है वह कांग्रेस की देन!

मैं इन दिनों ‘जनसत्ता’, इंदिरा गांधी और राजीव गांधी के समय के अपने संस्मरण खंगालता हुआ हूं।

लोकप्रिय नैरेटिव से बाहर है कांग्रेस

कांग्रेस पिछले एक दशक से ज्यादा समय से चुनाव हार रही है। लेकिन उससे पहले जब वह जीती और दो बार लगातार केंद्र में सरकार में रही तब भी...

कुंभ और कांग्रेस

पिछले कई महीनों से देश में महाकुंभ का नैरेटिव बना। कांग्रेस ने उस पर सोचा ही नहीं। वह चाहती तो इसका हिस्सा बन सकती थी।

महाकुंभ से गैरहाजिर विपक्ष

कांग्रेस और अन्य विपक्षी पार्टियों ने सिर्फ महाकुंभ का नैरेटिव मिस नहीं किया, बल्कि यहां भी ऐतिहासिक गलती कर बैठे, जिससे समूचा विपक्ष आम हिंदुओं के निशाने पर आया।

अपनी शर्तों पर जिंदगीः ‘जिद्दी गर्ल्स’

कॉलेज की मस्ती, चुनौतियां और भावनात्मक उतार चढ़ाव को इसमें प्रामाणिक रूप से दर्शाया गया है।

नए चेहरे और भाजपा भविष्य!

New Faces of BJP : इंदिरा गांधी ने असली कांग्रेस को पार्टी तोड़ कर खत्म किया था। वही नरेंद्र मोदी ने बिना कुछ किए ही भाजपा और संघ परिवार...