व्यूज़- विचार
लेख-स्तंभ
हर योजना और मामले में धमक मनवाना!
जब करना जो मर्जी है फिर बिना लोगों की जान लिए कर...
एसआईआर पर जिद छोड़े चुनाव आयोग
मतदाता सूची का विशेष गहन पुनरीक्षण यानी एसआईआर एक जरूरी कदम है।...
रूस हितैषी ट्रंप आखिर क्या चाह रहे?
किसने कल्पना की थी एक दिन ऐसा भी आएगा जब रूस को...
अब कोई पुराना मुद्दा नहीं चलता
कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का 2013 का एक...
विवाह पंचमी सीता-राम विवाह का दिन
मार्गशीर्ष शुक्ल पंचमी को भगवान श्रीराम तथा जनकपुत्री जानकी (सीता) का विवाह...
नए श्रम कानून शोषण का हथियार बनेंगे!
केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार का एक स्थायी दावा होता है कि...
हां, हम भारतीय लोकतंत्र से संतुष्ट!
कौन सोच सकता था कि पश्चिमी दुनिया की उन राजधानियों में लोकतंत्र...
मानवाधिकारों में सेना बनाम सुप्रीम कोर्ट
मणिपुर अथवा कश्मीर में जारी घटनाओं में, अदालत के आदेश, सेना के...
हरिशंकर व्यास लेख
तो जेनरेशन जेड भी पंक्चर!
मतदान से पहले पूरा भारत जब धमाके से भला गूंजा तो मतगणना...
अविश्वास, टकराव बना रहेगा!
एक के बाद एक चुनावी जीत ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार...
कांग्रेस पार्टी अब क्या करेगी?
यह लाख टके का सवाल है कि कांग्रेस पार्टी अब क्या करेगी?...
ऐसी उम्मीद किसी को नहीं थी
बिहार विधानसभा का नतीजा ऐसा होगा, इसकी उम्मीद किसी को नहीं थी।...
जाति की राजनीति ही जीती
बिहार में अगर एक तरफ ‘मुफ्त की रेवड़ी’ की बहार थी तो...
हम बाँझ हो रहे हैं!
पर सवाल यह है कि क्या हम बाँझ हो रहे हैं या हो...
राहुल का बढ़ रहा ग्राफ!
बिहार के चुनाव में कोई जीते-हारे, पर राहुल गांधी की गूंज बढ़ेगी।...
मंत्र है ‘जंगल राज’ न कि ‘अच्छे दिन’!
मेरा मानना है प्रधानमंत्री मोदी को जवाहरलाल नेहरू का रिकॉर्ड तोड़ना है।...
श्रुति व्यास
रूस हितैषी ट्रंप आखिर क्या चाह रहे?
किसने कल्पना की थी एक दिन ऐसा भी आएगा जब रूस को...
हां, हम भारतीय लोकतंत्र से संतुष्ट!
कौन सोच सकता था कि पश्चिमी दुनिया की उन राजधानियों में लोकतंत्र...
ट्रंप का अमेरिका वैश्विक बेगाना!
कौन सोच सकता था कि “नियम-आधारित व्यवस्था” का अपने को संरक्षक बताने...
स्वतंत्र सोच पूरी तरह सिकुड गई!
कभी समय था जब सियासी असहमति का मतलब बहसबाजी थी। तथ्य तौलने...
यह जनवाद कब भरोसा गंवाएंगा?
भारत इन दिनों अलग ही तरह के नए जनवाद की लहर पर...
सवाल अब विपक्ष की मूर्खताओं पर है!
कितना हैरानी भरा है यह! आप चाहें तो सिर पकड़ लें, मन...
क्यों जेनरेशन जेड़ में राहुल फ्लॉप?
कांग्रेस को अब आत्ममंथन की ज़रूरत नहीं है बल्कि कायाकल्प याकि राजनीतिक...
सोशल मीडिया धीरे-धीरे ढ़ह रहा है?
एक समय था जब फॉलोअर्स की संख्या से क़ीमत तय होती थी।...