अटल को भी पूरा नहीं दिखाती ‘मैं अटल हूं’
पंकज त्रिपाठी ने अटल बिहारी वाजपेयी की भूमिका की है। बोलते हुए कहां कितना पॉज़ देना है, कहां सिर झटकना है, क्या पोस्चर रखना है और बोलने का लहजा, यह सब पंकज ने पकड़ा है।...
पंकज त्रिपाठी ने अटल बिहारी वाजपेयी की भूमिका की है। बोलते हुए कहां कितना पॉज़ देना है, कहां सिर झटकना है, क्या पोस्चर रखना है और बोलने का लहजा, यह सब पंकज ने पकड़ा है।...
श्रीराम राघवन का कमाल देखिए कि कटरीना कैफ़ जो अब तक केवल हीरोइन हुआ करती थीं, पहली बार एक अच्छी अभिनेत्री लगी हैं। ध्यान रहे, छह साल पहले ‘अंधाधुन’ ने बॉक्स ऑफ़िस पर साढ़े चार...
रिलीज़ के पहले हफ्ते में, यानी पूरे सात दिन में, ‘कस्तूरी’ केवल सत्रह लाख रुपए कमा सकी है। आप अंदाज़ा लगा सकते हैं कि यह कितने थिएटरों में लगी होगी। और वह भी इतनी मशक्कत...
कुछ लोग संदीप रेड्डी वांगा के सिनेमा को समस्याजनक कह रहे हैं। ज़हरीली मर्दानगी का प्रचार बता रहे हैं। मगर वे सब ‘एनीमल’ के बंपर हिट होने से हतप्रभ हैं। गीतकार-अभिनेता स्वानंद किरकिरे कहते हैं...
नेटफ़्लिक्स पर यशराज फ़िल्म्स की मिनी सीरीज़ ‘द रेलवे मेन’ में स्टेशन मास्टर का नाम इफ्तिख़ार सिद्दीकी बताया गया है, लेकिन वास्तव में वह डिप्टी स्टेशन मास्टर गुलाम दस्तगीर थे। उन्होंने ही ट्रेनों का भोपाल...
कृति सेनन कहती हैं कि अगर कोई फ़िल्मकार इंडस्ट्री से जुड़े किसी व्यक्ति (यानी अपने बेटे-बेटी या किन्हीं रिश्तेदारों या दोस्तों या किसी स्थापित फ़िल्मी हस्ती के परिजनों) को लॉन्च करता है, तो उसे ऐसे...
यूनिवर्स का उद्देश्य दर्शकों के वास्तविक सरोकारों पर आधारित कथ्य और मनोरंजन देना नहीं है। ये तो दर्शकों को एक फ़र्ज़ी और उत्तेजक दुनिया में ले जाने के लिए गढ़े गए हैं। कमाई बढ़ाने के...
सोशल मीडिया के हल्ले में आजकल फ़िल्मी लोगों के ढेरों इंटरव्यू होने लगे हैं। लगभग हर दिन ऐसे इंटरव्यू ख़बरें दे रहे हैं। अगर उनमें ख़बर नहीं मिली तो कोई पुराना इंटरव्यू निकाल लिया जाता...
आमिर ‘तारे ज़मीन पर’ से मिलते-जुलते विषय पर एक कॉमेडी फिल्म ‘सितारे ज़मीन पर’ बना रहे हैं। अपने बेटे जुनैद की बनाई ‘प्रीतम प्यारे’ में और फिर एक यूरोपियन फ़िल्म की रीमेक ‘चैंपियन्स’ में भी...
परदे से उलझती ज़िंदगी आखिरकार शाहरुख खान की ‘जवान’ दुनिया भर में बॉक्स ऑफ़िस पर ग्यारह सौ करोड़ से ऊपर जुटा कर ‘पठान’ से आगे निकल गई। वह देश में छह सौ करोड़ को पार...
वहीदा की लगभग नब्बे फ़िल्मों में ‘प्यासा’, ‘कागज़ के फूल’, ‘चौदहवीं का चांद’ और ‘साहब बीवी और गुलाम’ भी हैं जिनमें उन्होंने गुरुदत्त के साथ काम किया। ये हिंदी सिनेमा की बेहद अहम फ़िल्में हैं।...
‘पठान’ से भी लोगों को कुछ नहीं मिला था, फिर भी वह हिट रही थी। सेलीब्रेशनों के इस दौर में लोग ‘जवान’ को देखने इसलिए जा रहे हैं कि शाहरुख की फिल्म को सेलीब्रेट कर...
‘स्कैम 2003’ की स्क्रिप्ट लिखने में भी संजय सिंह से मदद ली गई है और निर्देशन तुषार हीरानंदानी का है जिन्होंने ‘सांड की आंख’ निर्देशित की थी।सना अमीन शेख, मुकेश तिवारी, भरत जाधव और शाद...
हमारे बहुत से फिल्मकार अब यह कहने से बचते हैं कि बाबरी मसजिद को गिराया गया था। हंसल मेहता की ‘स्कैम 2003’ में भी उसे ‘हादसा’ कहा गया है। बेहतर होता कि इसकी जगह ‘ध्वंस’...
देशद्रोह और जासूसी के आरोपों का सामना करने के बाद भी इसरो यानी भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन के पूर्व वैज्ञानिक नंबी नारायणन ने पीएसएलवी का इंजन तैयार किया था। आर माधवन की फिल्म ‘रॉकेट्री: द...